सुशांत मौत मामले में व्यावसायिक रंजिश के सबूत नहीं

No evidence of commercial rivalry in Sushants death case
सुशांत मौत मामले में व्यावसायिक रंजिश के सबूत नहीं
सुशांत मौत मामले में व्यावसायिक रंजिश के सबूत नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई । राज्य सरकार सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की छानबीन मुंबई पुलिस को सौंपने के लिए सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ रही है। नेता दावा कर रहे हैं कि मुंबई पुलिस मामले की जांच में पूरी तरह सक्षम है, लेकिन बिहार में एफआईआर दर्ज होने से पहले की गई करीब डेढ़ महीने की छानबीन में मुंबई पुलिस के हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगे थे। मुंबई पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने खुद इस बात के संकेत दिए थे कि व्यावसायिक रंजिश के कोई सबूत नहीं मिलने के बाद जांच बंद करने तैयारी की जा रही है। दरअसल शुरुआत में सुशांत के परिवार ने किसी की ओर उंगली नहीं उठाई। इस बीच अभिनेत्री कंगना रनौत ने बॉलीवुड में भाई भतीजावाद का मुद्दा उठाया और गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सार्वजनिक रूप से व्यावसायिक रंजिश की जांच का बयान दे दिया इसके बाद पुलिस पर दबाव बढ़ा और उसने लोगों के आरोपों के आधार पर एक के बाद एक फिल्मी हस्तियों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए।

56 लोगों के बयान दर्ज करने और सारे तथ्यों की छानबीन के बावजूद पुलिस को एक भी ऐसा सुराग नहीं मिला, जिससे साबित होता हो कि सुशांत को व्यावसायिक रंजिश के चलते कोई जान बूझकर परेशान कर रहा है। जांच ऐसे मोड़ पर पहुंच गई थी, जहां से आगे बढ़ पाना मुश्किल था। इसके अलावा रिया के बयान और दूसरे करीबी लोगों से पूछताछ के आधार पर पुलिस यह मान चुकी थी कि डिप्रेशन के चलते ही सुशांत ने आत्महत्या की है। पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट में भी कुछ भी संदेहास्पद नही मिला। शुरुआती पूछताछ के बाद सुशांत का परिवार भी बुलाए जाने के बावजूद मुंबई पुलिस के आमने पेश नहीं हुआ इसलिए भी पुलिस के पास जांच को आगे बढ़ाने का कोई आधार नहीं था। इसीलिए एडीआर को एफआईआर में नहीं बदल गया। लेकिन पटना में सुशांत के पिता द्वारा रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार वालों समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के बाद एक नई दिशा से जांच शुरू हुई।

बिहार पुलिस के अधिकारी जांच ले लिए मुंबई पहुंच गए और फिर मुंबई पुलिस ने छानबीन के सिलसिला थम गया। बिहार पुलिस द्वारा मामला सीबीआई को सौंपे जाने के बाद सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय जैसी जांच एजेंसियों ने जो तेजी दिखाई है उससे मुंबई पुलिस के आला अधिकारी भी हैं हैरान है। एक अधिकारी ने बताया कि अगर मामले कि छानबीन मुंबई पुलिस को मिलती है तो पटना में दर्ज एफआईआर के आधार पर ही जांच को आगे बढ़ाया जाएगा क्योंकि व्यावसायिक रंजिश को लेकर कोई सुराग नही मील हैं।

 

Created On :   12 Aug 2020 8:04 PM IST

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