बिरला व जेके ग्रुप को नोटिस - 10 दिन के भीतर नहीं लगा प्रदूषण नियंत्रक यंत्र, तो रेलवे साइडिंग बंद

Notice to Birla and JK Group for installing pollution control equipment
बिरला व जेके ग्रुप को नोटिस - 10 दिन के भीतर नहीं लगा प्रदूषण नियंत्रक यंत्र, तो रेलवे साइडिंग बंद
बिरला व जेके ग्रुप को नोटिस - 10 दिन के भीतर नहीं लगा प्रदूषण नियंत्रक यंत्र, तो रेलवे साइडिंग बंद

डिजिटल डेस्क शहडोल । संभागीय मुख्यालय के चंदिया रेलवे स्टेशन में दो कंपनियां अपने मुनाफे के लिए हवा में जहर घोल रही हैं। सीमेंट पुट्टी फर्मों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शहडोल ने नोटिस जारी किया है। बोर्ड के मुताबिक साइडिंग में मेसर्स बिरला व्हाइट झरेला व जेके व्हाइट बड़वारा द्वारा अमानक स्तर का प्रदूषण फैलाया जा रहा है। दोनों फर्माे को 10 दिन के भीतर प्रदूषण नियंत्रक यंत्र लगाने का अल्टीमेटम देते हुए कार्यालय सूचना तलब करने के निर्देश दिए हैं। कार्रवाई में देरी होने पर साइडिंग बंद करवाते हुए मामले को एनजीटी कोर्ट तक ले जाया जाएगा। 

खतरनाक स्तर पर है प्रदूषण 
पीसीबी के पत्र अनुसार दोनों फर्मों के भण्डारण कार्य, लोडिंग, अनलोडिंग के चलते गंभीर वायु एवं ध्वनि प्रदूषण की स्थिति निर्मित हो रही है। साइडिंग के पास ही आवासीय कॉलोनी बनी हुई है। साइडिंग में सीमेंट युक्त फर्श की बजाय मिट्टी है, इसके चलते कंटनेर डंप होते ही वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर पीसीबी ने संज्ञान में लेते हुए स्थल का मुआयना किया। प्रदूषण का स्तर निर्धारित 100 एमजी से अधिक पाया। लिहाजा उन्होंने नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। 

पहले भी जारी हुआ था नोटिस, किया नजंदाज 
जानकारी के मुताबिक प्रदूषण बोर्ड ने तकरीबन तीन माह पहले चंदिया स्टेशन प्रबंधक व डीआरएम बिलासपुर को पहले भी नोटिस जारी कर सूचना दी थी। पत्र के संबंध में कोई जबाव तो नहीं मिला हालांकि रेलवे की ओर से मौके पर पानी सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर लगाए जाने की दावा किया गया है। दूसरी ओर जांच में बोर्ड के अधिकारियों ने मेसर्स बिरला व्हाइट झरेला व जेके व्हाइट बड़वारा की गलतियां पाईं है। इसलिए उन्हें भी साइडिंग में प्रदूषण कम करने होने वाले प्रयासों की जानकारी तलब की गई है। 

इनका कहना है  
बिलासपुर डीआरएम को पहले भी नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया था। स्थानीय अधिकारी पानी छिड़काव करने की बात कह रहे हैं। इनके अलावा दो निजी फर्मो को नोटिस देते हुए 10 दिन के भीतर जबाव मांगा गया है। 
जीके बैगा, वैज्ञानिक पीसीबी शहडोल। 

Created On :   26 April 2018 4:51 PM IST

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