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ऊर्जा मंत्री की विमान यात्रा को लेकर बिजली कंपनियों को नोटिस, केंद्र ने लिया संज्ञान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री नितीन राऊत द्वारा निजी कामों के लिए सरकारी बिजली कंपनियों के खर्च पर चार्टर्ड फ्लाइट से हवाई यात्रा करने के मामले का केंद्रीय कंपनी मंत्रालय ने संज्ञान लिया है। केंद्रीय कंपनी मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र के तहत आनेवाले मुंबई रजिस्ट्रार कार्यालय ने राज्य की चारों बिजली कंपनियों को नोटिस भेजकर राऊत द्वारा निजी कामों के लिए दिल्ली, नागपुर, औरंगाबाद, हैदराबाद और मुंबई तक की विमान यात्रा की जानकारी मांगी गई है। शुक्रवार को प्रदेश भाजपा के मीडिया विभाग प्रमुख विश्वास पाठक ने यह जानकारी दी। पाठक ने कहा कि इस संबंध में मैंने बांद्रा के निर्मलनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके आधार पर मुंबई रजिस्ट्रार कार्यालय ने राज्य की चारों बिजली कंपनियों को 5 मार्च को नोटिस भेजा है। जिसमें कहा गया है कि दस दिन में जवाब दीजिए अथवा भारतीय दंड संहिता के तहत कार्रवाई की जाएगी। लेकिन मुझे नहीं लगता है कि बिजली कंपनियां इतनी आसानी से जवाब देंगी। पाठक ने कहा कि राऊत के निजी कामों के लिए सरकारी खर्च पर चार्टर्ड फ्लाइट से हवाई यात्रा करने की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत महावितरण सूत्रधार कंपनी और महाजनको कंपनी ने दी है लेकिन महाडिस्कॉम और महापारेषण ने 60 दिन बीतने के बावजूद सूचना के अधिकार के तहत जानकारी नहीं दी है। पाठक ने कहा कि राऊत को पता है कि उनका ऊर्जा विभाग चला जाएगा। इसलिए जल्दबाजी में महाजनको के निदेशक पद पर अपने पंसद के अधिकारी को नियुक्त करके हिसाब पूरा करने में लगे हुए हैं।
जिनके घर शीशे के होते हैं वो दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते- राऊत
दूसरी ओर राऊत ने भाजपा नेता पाठक की ओर से लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि ‘जिनके घर शीशे के होते हैं वे दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते।’ राऊत कहा कि मैंने नियमों के अनुसार चार्टर्ड फ्लाइट से हवाई यात्रा की है। मैं बिजली कंपनियों का चेयरमैन भी हूं। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक और बिजली कंपनियों की बैठक में शामिल होने के लिए कंपनियों ने नियमों के अनुसार व्यवस्था की थी। राऊत ने कहा कि मेरे खिलाफ वही लोग आरोप लगा रहे हैं जो बिजली विभाग में काम कर चुके हैं। राऊत का इशारा पाठक की ओर था। राऊत ने कहा कि भाजपा सरकार के समय बिजली कंपनी के निदेशक को आईएएस अफसर को आवंटित किए जाने वाला सरकारी आवास कैसे मिल गया था। इसकी जांच ऊर्जा विभाग की ओर से की जाएगी। यदि आवश्यकता पड़ी तो जांच में पुलिस की मदद ली जाएगी।
बंगले पर हुए खर्च पर भी दी सफाई
राऊत ने अपने सरकारी बंगले पर्णकुटी को आलीशान बनाने के लिए हुए खर्च पर सफाई दी है। राऊत ने कहा कि मैंने बंगले पर पीडब्ल्यूडी के नियमों के अनुसार खर्च किया है। लॉकडाउन के कारण बंगले का मरम्मत काम पूरा नहीं होने के कारण साल भर से मैं किराए के मकान में रह रहा था। अभी भी बंगले का काम अधूरा है। फिलहाल मुझे बंगले के तीन घरों में रहने की अनुमति मिली है। बंगले के बाकी हिस्से का काम शुरू है। राऊत ने कहा कि भाजपा के जो नेता मेरे बंगले पर खर्च के बारे में बोल रहे हैं। मीडिया को पहले उनका घर जाकर देखना चाहिए। राऊत ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर कोई हवा नहीं है और किसी मंत्री का विभाग भी नहीं छीन जाएगा। यह पूछे जाने पर कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की ऊर्जा विभाग पर नजर हैॽ राऊत ने कहा कि मुझे इस बारे में पता नहीं है। राऊत ने कहा कि मैं दलित और बौद्ध समाज का हूं। इसलिए कई लोगों को लगता है कि मुझे ऊर्जा विभाग क्यों दिया गया। कोई भी आरोप लगाता है कि हम किस तरीके से काम करने में विफल हैं। लेकिन कोई कितना भी आरोप लगा ले। फिलहाल ऊर्जा विभाग मेरे पास है। जब तक ऊर्जा विभाग मेरे पास है तब तक मैं जनता की सेवा करता रहूंगा। राऊत ने कहा कि मुझे पर कांग्रेस नेतृत्व का पूरा विश्वास है। मैं ऊर्जा विभाग में अच्छा काम कर रहा हूं। राऊत ने कहा कि मैं कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं। इसलिए मुझे दिल्ली बैठकों के लिए जाना पड़ता है।
Created On :   19 March 2021 9:21 PM IST