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अब होम नहीं संस्थात्मक क्वारेंटाईन में रहेंगे 15 जिलों के संक्रमित, विदर्भ के हैं अधिकांश जिले शामिल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के कोविड महामारी से सबसे अधिक प्रभावित 15 जिलों में कोरोना के मरीजों को होम क्वोरेंटाइन के बजाय अब संस्थात्मकक्वोरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। प्रदेश के राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने यह निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को थोरात ने सबसे अधिक कोरोना प्रभावित राज्य के 15 जिलों के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख भी बैठक में मौजूद थे। थोरात ने कहा कि कोरोना के मरीजों को होम क्वोरेंटाइन में रखने का कोई मतलब नहीं है। जिन मरीजों के पास घर में अच्छी सुविधाएं हैं उनकी बात अलग है लेकिन जिनके पास घर में सुविधाएं नहीं है ऐसे मरीज घर में परिवार के दूसरे सदस्यों को भी संक्रमित करते हैं। इसके अलावा घर से बाहर निकलकर बाहर के लोगों को संक्रिमत करते हैं। इसलिए किसी भी परिस्थिति में कोरोना के मरीजों को होम क्वोरेंटाइन में नहीं रखने के निर्देश दिए गए हैं। इन मरीजों के लिए सरकारी क्वारेंटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था बनाने को कहा गया है।
मेहमान भी होंगे क्वारेंटाईन
गांवों में आने वाले मेहमानों को भी संस्थात्मक क्वोरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा।थोरात ने कहा कि संस्थात्मक क्वोरेंटाइन सेंटर में कोरोना के मरीजों को प्राथमिक उपचार सुविधाएं दी जाएंगी तो उन्हें अस्पताल में जाने की नौबत नहीं पड़ेगी। थोरात ने कहा कि जिला प्रशासन को कोरोना की जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना जांच बढ़ाए जाने पर मरीजों की संख्या बढ़ सकती है लेकिन मरीजों की समय पर जांच होने से वे जल्द घर जा पाते हैं। इससे अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन, रेमेडिसिवर इजेक्शन की जरूरत कम पड़ती है।थोरात ने कहा कि राज्य के पुलिस महानिदेशक संजय पांडे ने भी पुलिस बल को सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। थोरात ने बताया कि मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निर्देश पर यह बैठक बुलाई थी।
ग्रामीण इलाकों में गहराई तक पहुंचा कोरोना
थोरात ने कहा कि राज्य के 15 जिलों की समीक्षा में यह संज्ञान में आया है कि कोरोना महामारी का प्रसार ग्रामीण इलाकों में काफी गहराई तक पहुंच गया है। खरीफ फसल सीजन की बुवाई शुरू होने वाली है। खेतों में बुवाई के लिए खाद और बीज खरीदने के लिए लोग जुटते हैं और बाजार में भीड़ होती है। इसका असर भी मरीजों की संख्या बढ़ने में हो रहा है।
इन जिलों में कोरोना का प्रभाव अधिक
थोरात ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए संचारबंदी लागू है। लेकिन राज्य के 15 जिलों में अप्रैल के दूसरे सप्ताह में कोरोना मरीजों की संख्या के मुकाबले अभी ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। राज्य में अमरावती, अकोला, वाशिम, यवतमाल, बुलढाणा, गडचिरोली, बीड़, अहमदनगर, उस्मानाबाद, कोल्हापुर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, सोलापुर, सांगली में कोरोना के मरीज अधिक हैं।
Created On :   21 May 2021 9:16 PM IST