अब सीएनजी से चलेंगी एसटी की बसे, डीजल की बढ़ती कीमतों से बढ़ रहा घाटा 

Now ST buses will run on CNG, increasing losses due to rising diesel prices
अब सीएनजी से चलेंगी एसटी की बसे, डीजल की बढ़ती कीमतों से बढ़ रहा घाटा 
अब सीएनजी से चलेंगी एसटी की बसे, डीजल की बढ़ती कीमतों से बढ़ रहा घाटा 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) ने अपनी एक हजार बसों को सीएनजी में बदलने का फैसला किया है। उम्मीद है कि इसके चलते एमएसआरटीसी रोजाना 50 हजार लीटर डीजल खर्च की बचत करेगी। एमएसआरटीसी की एक बस में रोजाना औसत 50 लीटर डीजल की खपत होती है और कुल बसों के लिए प्रतिदिन साढे 12 लाख लीटर डीजल लगता है। बसों को सीएनजी में बदलने का पर्यावरण को भी फायदा होगा और कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में रोजाना 125000 किलो की कमी आएगी। 

डीजल से चलने वाली बस को सीएनजी में बदलने में प्रति बस 13 से 14 लाख रुपए खर्च होंगे। छह से सात सालों में यह खर्च निकल आएगा। मौजूदा समय में डीजल प्रति लीटर 95 रुपए जबकि सीएनजी 25 रुपए प्रति किलो है। एमएसआरटीसी के पास 16500 बसें हैं जो राज्य के ग्रामीण इलाकों में यातायात का सबसे सस्ता और सुलभ साधन हैं। यह राज्य के 44 हजार गावों को तो जोड़ती ही हैं मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, गोवा, कर्नाटक जैसे राज्यों तक भी यात्रियों को ले जातीं हैं। 

9 हजार के कर्ज में डूबा है एसटी महामंडल 

लॉकडाउन से पहले ही 4 हजार करोड़ रुपए के कर्ज में डूबी एमएसआरटीसी के लिए हालात और मुश्किल हो गए हैं और कर्ज बढ़कर 9 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। लॉकडाउन से पहले एमएसआरटीसी रोजाना 22 करोड़ रुपए कमाती थी लेकिन अब यह आंकड़ा घटकर 8 करोड़ रुपए रह गया है। एमएसआरटीसी के एक अधिकारी के मुताबिक मौजूद समय में खर्च कम करने की हर संभव कोशिश की जा रही है। डीजल से चलने वाले वाहनों को सीएनजी में बदलने का फैसला भी इसी की एक कड़ी है। 

 

Created On :   12 July 2021 7:58 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story