बेटी पैदा होने पर पूरे गांव में मनाया जन्मोत्सव, पेश की अनूठी मिसाल

on occasion of birth of a daughter fireworks in the whole village
बेटी पैदा होने पर पूरे गांव में मनाया जन्मोत्सव, पेश की अनूठी मिसाल
बेटी पैदा होने पर पूरे गांव में मनाया जन्मोत्सव, पेश की अनूठी मिसाल

डिजिटल डेस्क, पुणे। आकर्षक रंगोली, आतिशबाजी और पूरे गांव में खुशी का माहौल। ये मौका एक परिवार में बेटी के जन्म का था। बुधवार को सोलापुर के हत्तुर गांव में नवजात का धूमधाम से स्वागत किया गया। जो दो जिन पहले ही दुनिया में आई है। लेकिन इस बेटी के जन्म पर इतनी खुशियां अपने आप में खास थी। जिसने “बेटी है को कल है” का नारा बुलंद कर दिया। साथ ही समाज में जाग्रती की नई मिसाल पेश की।  

गांव में खुशियां लाई बेटी

 जहां आए दिन कन्या भ्रूण हत्याओं की घटनाएं उजागर होती हैं। ऐसे में कन्या के जन्म का स्वागत करने वाली ये पहल अनूठी थी। सोमनाथ और भारती वाघमोड़े नामक दंपति के घर 2 अक्टूबर को बेटी ने जन्म लिया। जिसकी जानकारी मिलते ही वाघमोड़े परिवार खुशी से फुले नहीं समा रहा था। परिवार ने अपनी नन्ही परी का धूमधाम से स्वागत करने का निर्णय लिया। यह बात जब गांववासियों को पता चली तब उन्होंने वाघमोड़े की खुशी में शामिल होने की इच्छा जताई। बेटी के स्वागत में पूरा गांव जुटेगा, ये किसी ने सोचा भी न था।

किसी भगवान का नहीं बल्कि बेटी का जन्मोत्सव

खुशियां मनाने से पहले पूरे गांव को साफ किया गया। जगह जगह रंगोली बनाई गई। स्कूल के छात्र-छात्राएं स्वागत के लिए तैयार हुए। प्रशासनिक अधिकारी भी गांव पहुंचे। माहौल देख ऐसा लग रहा था कि कोई बड़ा उत्सव होने जा रहा है। सही मायने में कहा जाए, तो गांव में उत्सव ही था। किसी भगवान का नहीं बल्कि बेटी का जन्मोत्सव था। 

गाजेबाजे के साथ बेटी का स्वागत

बुधवार की सुबह करीब 11 बजे सोमनाथ और भारती बेटी को लेकर जैसे ही गांव आए। लोगों ने पटाखे फोड़े जमकर आतिशबाजी की। गाजेबाजे के साथ बेटी का स्वागत हुआ, गांव में मिठाई बांटी गई। जिसके बाद कन्या भ्रूण हत्याओं को रोकने के लिए हत्तुर गांव की ये पहल अपने आप में मिसाल बन गई।

Created On :   4 Oct 2017 6:51 PM IST

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