शाहरुख खान की दुआ पर सोशल मीडिया में मचा कोहराम, अभिनेता के बचाव में कांग्रेस-शिवसेना 

On the prayer of Shahrukh Khan, social media created a ruckus
शाहरुख खान की दुआ पर सोशल मीडिया में मचा कोहराम, अभिनेता के बचाव में कांग्रेस-शिवसेना 
विवाद शाहरुख खान की दुआ पर सोशल मीडिया में मचा कोहराम, अभिनेता के बचाव में कांग्रेस-शिवसेना 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारत रत्न लता मंगेशकर के शिवाजी पार्क में हुए अंतिम संस्कार के दौरान उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे अभिनेता शाहरुख खान विवादों में फंस गए हैं। सोशल मीडिया पर अभिनेता के समर्थक और विरोधी भिड़े हुए हैं और इस मामले में राजनेता भी कूद पड़े हैं। भाजपा ने सवाल उठाए तो शिवसेना और कांग्रेस शाहरुख के बचाव में उतर आए। शाहरुख समर्थकों के मुताबिक अभिनेता ने लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर के पास फातिहा पढ़ने के बाद फूंक मारी थी लेकिन कुछ लोगों को लगा कि उन्होंने थूका है। दुआ पढ़ने के बाद अभिनेता ने मास्क नीचे कर फूंक मारी तो कुछ लोगों को लगा कि उन्होंने थूका है। 

हरियाणा भाजपा के आईटी और सोशल मीडिया प्रमुख ने शाहरुख की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि क्या ‘इसने थूका है।’ अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने जवाबी ट्वीट में लिखा कि ‘शाहरुख तो दुआ फूंक रहे हैं लेकिन इन नफरती लोगों की मानसिकता देश के बाहर थूके जाने लायक है।’ शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि शाहरुख खान अपने तरीके से दुआ मांग रहे थे  इसके बाद एक गुट एक परिवार के आईटी सेल के लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। यह बेशर्मी है एक महान व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी एक महान कलाकार को ट्रोल कर बदनाम किया जा रहा है। धर्म जाति विद्वेष के आगे आपको कुछ नहीं सूझता और आपने देश की स्थित खराब कर दी है। शिवसेना नेता उर्मिला मातोंडकर ने कहा कि समाज के तौर पर हमारा इतना पतन हो चुका है कि प्रार्थना करने को हम थूकना कहते हैं। आप उस अभिनेता की बात कर रहे हैं जिसने कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर देश का प्रतिनिधित्व किया है। यह दुखद है कि राजनीति का स्तर इतना गिर गया है। कृष्णा नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा है कि ‘क्या कोई हिंदू किसी मुसलमान के अंतिम संस्कार में मंत्रों का पाठ करे तो उसे स्वीकार किया जाएगा।’  

समर्थन में आई कांग्रेस

महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर दूसरे के धर्म पर टिप्पणी कर खुद को बड़ा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सबको अपने धर्म के मुताबिक चलने का अधिकार है। संविधान दूसरे के धर्म के बारे में टिप्पणी करने से रोकता है। लेकिन कुछ लोग जानबूझकर दूसरे के धर्म पर टिप्पणी कर खुद को बड़ा साबित करने की कोशिश कर रहे हैं जो गलत है। कुछ लोगों ने दूसरों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खत्म करने का ठेका ले लिया है। 

    
 

Created On :   7 Feb 2022 8:06 PM IST

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