एक करोड़ दो तो मिलेगा ईंधन, थम सकते हैं मनपा के वाहनों के पहिए

One crore two will get fuel, wheels of municipal vehicles can stop
एक करोड़ दो तो मिलेगा ईंधन, थम सकते हैं मनपा के वाहनों के पहिए
अमरावती एक करोड़ दो तो मिलेगा ईंधन, थम सकते हैं मनपा के वाहनों के पहिए

डिजिटल डेस्क, अमरावती। मनपा की आर्थिक स्थिति डामाडोल होती दिख रही है। इसी बीच एक सप्ताह पूर्व पेट्रोल पंप संचालकों ने भुगतान न होने की स्थिति में ईंधन देने से इंकार कर दिया है। इससे मनपा की परेशानी बढ़ती दिखाई दे रही है और आर्थिक संकट गहरा रहा है। जानकारी के अनुसार मनपा के सरकारी वाहनों को ईंधन देने के लिए इंकार करने की स्थिति पिछले चार महीनों में आठ बार दिखी है। फिलहाल ईंधन खर्च को कम करने के लिए दो विभाग के अधिकारी एक वाहन के जरिए काम चलाने को मजबूर हैं। विशेषकर स्वास्थ्य विभाग, स्वच्छता विभाग व विधि विभाग के वाहन अधिकतर खड़े ही दिखते हैं। एक ओर मनपा के पास नियमित  खर्च पूरा करने के लिए भी निधि नहीं है दूसरी तरफ लोकलुभावन वादों व बायोमाइनिंग के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसको लेकर विपक्षी पार्षदों द्वारा कहा जा रहा है कि सत्ताधारी अपनी सुविधा अनुसार काम कराने के लिए प्रशासन पर दबाव डाल रहे हैं।

खर्च की आपूर्ति के लिए आम जनता के हित में उपयोग होने वाली निधि में डांका डाला जा रहा है। महानगरपालिका के पदाधिकारी तथा प्रशासकीय वाहनों को शहर के तीन पेट्रोलपंप से ईंधन दिया जाता है। यह खर्च मनपा को स्वयं की तिजोरी से करना होता है लेकिन लगातार कई महीनों से संपूर्ण बिलों का भुगतान न होने के कारण बकाया राशि 1 करोड़ से अधिक हो गई है। ऐसे में अब ईंधन आपूर्ति बंद करने की चेतावनी पेट्राेल पंप संचालकों की ओर से प्राप्त हुई है। 

ईंधन की समस्या को दूर करने के लिए मनपा प्रशासन ने नए पेट्राेलपंप की तलाश शुरू कर दी है।  यह स्थिति केवल वाहनों के इंधन मामले में ही नहीं बल्कि औषध भंडार में आने वाले दवाओं के भुगतान के लिए भी दिखाई दे रही है। पिछले 30 वर्ष में पहली बार ऐसी स्थिति निर्माण हुई है। जब पेट्राेल पंप संचालकों ने मनपा को ईंधन देने से इंकार किया है। एक ओर जहां प्रशासन अपनी स्थिति को सुधारने का प्रयास कर रहा है तो वहीं आर्थिक समस्याएं लगातार नई मुसीबत खड़ी करती दिखाई दे रही हैं। 

हर माह लगता है 33 लाख का ईंधन : अमरावती मनपा में कुल 46 वाहनों में प्रतिमाह लगभग 33 लाख रुपए का ईंधन की खपत होती है। एक वाहन प्रतिमाह करीब 2800 किलोमीटर चला सकते हैं। पिछले चार माह से यह बकाया बढ़कर 1 करोड़ तक पहंुच गया है। कुछ राशि जमा कर संबंधित पेट्रोलपंपो से ईंधन लेकर अब तक काम चल रहा है। एक सप्ताह पूर्व यह बकाया अदा करने की नोटिस मनपा को दिया गया है। अब मनपा द्वारा बकाए को अदा करने के लिए नियोजन किया जा रहा है। 

Created On :   16 Jan 2022 7:29 PM IST

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