बचा सकते हैं तो बचाएं बूंद-बूंद पानी, तालाबों में सिर्फ 50 दिन का ही स्टोरेज

Only 50 days of water left in the dams, therefore save it
बचा सकते हैं तो बचाएं बूंद-बूंद पानी, तालाबों में सिर्फ 50 दिन का ही स्टोरेज
बचा सकते हैं तो बचाएं बूंद-बूंद पानी, तालाबों में सिर्फ 50 दिन का ही स्टोरेज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगर को पानी देने वाले तोतलाडोह और पेंच नवेगांव खैरी दोनों ही प्रकल्प में 67.44 एमएलडी (दस लाख घन मीटर) पानी बचा है, जबकि शहर में हर दिन 1.30 एमएलडी पानी का वितरण किया जाता है। इस हिसाब से अब सिर्फ 10 जून तक का ही यानी 50 दिन का पानी बचा है। ऐसी स्थिति में पानी का अपव्यय रोकने पर सभी नागरिक ध्यान दें। यह आह्वान जिलाधिकारी अश्विन मुदगल ने किया है।

और 27.50 एमएलडी पानी की जरुरत 

जिलाधिकारी कार्यालय में तोतलाडोह और पेंच नवेगांव खैरी प्रकल्प की समीक्षा बैठक के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि तोतलाडोह व पेंच नवेगांव खैरी प्रकल्प में वर्ष 2017-18 में बारिश का पानी कम जमा होने के कारण यह स्थिति आई है। तालाबों की वर्तमान स्थिति को देखते हुए आगामी बरसात तक कम से कम हमें और 27.50 एमएलडी पानी की जरुरत है। नवेगांव खैरी में मिट्टी होने के कारण पानी निकालने में परेशानी होती है। वहां फ्लोटिंग पंप लगाकर पानी निकाला जाए। 

कलमेश्वर शहर में पानी की सप्लाई पेंच के दाईं ओर की नहर से की जाती है। 38 किलोमीटर की नहर से पानी आने के कारण बड़ी मात्रा में पानी का अपव्यय होता है। इस वजह से बंद पाइप लाइन से लेने या फिर कोची प्रकल्प से पानी लेने के प्रस्ताव को गति दें और 3 माह में योजना को चालू करने की दृष्टि से काम करें। 

थर्मल विद्युत केन्द्रों को शहर के गंदे पानी पर प्रक्रिया कर उसका उपयोग करना बंधनकारक है। मनपा द्वारा 47 एमएलडी पानी बिजली बनाने वाले प्रकल्प को िदया जाता है, इस वजह से प्रकल्पों को दिया जाने वाले पानी में से रिसाइकिल पानी को प्रधान्यता दी जाए। 

गर्मी में पीने के पानी का उपयोग किसी अन्य काम के लिए नहीं किया जाए, इसको लेकर मनपा तत्काल उपाय योजना करे।

और सबसे अहम... पीने के पानी को बचाएं

गर्मियों में कूलर सहित अन्य कार्यों के लिए पीने के पानी का उपयोग न करते हुए कुएं और बाेरवेल के पानी का उपयोग करें। टिल्लू पंप से पानी भरने वाले लोगों पर कार्रवाई कर उनके टिल्लू पंप जब्त करें, इससे 10 फीसदी पानी की बचत हो सकती है।

Created On :   21 April 2019 12:11 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story