Nagpur News: एआई की मदद से ढूंढ़ निकाले लुटेरे, चार गिरफ्तार, 6 की तलाश

एआई की मदद से ढूंढ़ निकाले लुटेरे, चार गिरफ्तार, 6 की तलाश
  • उत्तर प्रदेश के अपराधियों को दी गई थी सुपारी
  • फायरिंग कर लूटपाट का मामला
  • पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने पत्र परिषद में दी जानकारी

Nagpur News कड़बी चौक के पास फायरिंग कर लाखों रुपए की लूटपाट किए जाने के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके 6 फरार साथियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के अपराधियों को सुपारी दी थी। लूटपाट के बाद चोरी की गई गाड़ी को छोड़ दिया गया था। क्राइम ब्रांच की टीम ने एआई तकनीक की मदद से आरोपियों को पकड़ा है। यह जानकारी पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने पुलिस भवन में आयोजित पत्र परिषद में दी।

यह हैं आरोपी : पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस प्रकरण में आरोपी सिमरजीत संधू (40) के. के. रोड, पंजाब, शेख हुसैन उर्फ ​​जावेद शेख बशीर सवारे (37) राउत नगर, वाठोड़ा, अब्दुल नावेद अब्दुल जावेद (33) बजरिया गणेशपेठ और सैयद जीशान सैयद रहमान (32) जाफर नगर, गिट्टीखदान नागपुर निवासी हैं। अदालत ने उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया है। आरोपियों से दो कार, तीन दोपहिया वाहन, एक देसी पिस्तौल, एक जिंदा कारतूस, 65 हज़ार रुपए नकद, 5 मोबाइल फोन सहित करीब 21 लाख 11 हज़ार रुपए का कीमती सामान जब्त किया गया है। डॉ. सिंगल ने कहा कि डकैती की योजना में शामिल उत्तर प्रदेश के 6 आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पत्र परिषद में सहपुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, अपर पुलिस आयुक्त वसंत परदेशी, उपायुक्त राहुल माकणीकर, निकेतन कदम उपस्थित थे।

चोरी की दोपहिया पर आए थे : गौरतलब है कि मेकोसाबाग निवासी राजीव उर्फ राजू दीपानी (47) अनाज व्यापारी है। स्वरूप एग्रो ट्रेडर्स के नाम से 10 नंबर पुलिया के पास उसका ऑफिस है। 10 सितंबर को रात में 7.45 बजे जब वह घर जा रहा था, तभी कड़बी चौक पर काले रंग के दोपहिया वाहन पर सवार दो आरोपियों ने उसकी दोपहिया को पैर से मारकर गिरा दिया और उसके चेहरे पर स्प्रे छिड़कर एक आरोपी ने तीन राउंड फायरिंग की। एक गोली व्यापारी की पीठ में लगी। आरोपियों ने उसके पास मौजूद एयर बैग जबरन छीन लिया और फरार हो गए। इस मामले में घायल राजीव की पत्नी श्रुति दीपानी (47) की शिकायत पर जरीपटका थाने में मामला दर्ज किया गया है।

राजीव के कार्यालय में गया था जावेद : चारों आरोपी लोन पर लिए गए वाहनों को उठाने और वसूली का काम करते हैं। आरोपी जावेद शेख एक ट्रांसपोर्ट में काम करता है। उसके मालिक के नाम से कुछ पैसे अमरावती से राजीव के कार्यालय में आए थे। जावेद करीब दो महीने पहले राजीव के कार्यालय में पैसे लेने गया था। तभी उसके दिमाग में आया था कि वहां पर हवाला का लेनदेन होता है। उसने यह जानकारी पुलिस को पूछताछ के दौरान दी है। जावेद ने पुलिस को यह भी बताया कि उसे यह समझ में आ गया था कि राजीव के कार्यालय में हवाला का पैसा आता है। उसी दौरान उसके दिमाग में डकैती का ख्याल आ गया था।

50 लाख का हिसाब नहीं दिया : राजीव ने कथित तौर पर 50 लाख और आरोपियों ने कथित तौर पर 19 लाख छीनकर भागने की जानकारी दी है। असली कहानी जांच के बाद स्पष्ट होगी। घटना वाले दिन राजीव 24 लाख रुपए लेकर दुकान से निकला था। कार्यालय के कर्मचारियों ने राजीव के घर 54 लाख रुपए पहुंचाए। राजीव ने अभी तक 50 लाख रुपए का हिसाब नहीं दिया है। लूटे गए 19 लाख रुपयों में से 15 लाख रुपए आरोपी उत्तर प्रदेश लेकर चले गए थे। बाकी रकम स्थानीय आरोपियों के पास थी। इसमें से 1 लाख 80 हजार रुपए संधू ने अपनी पत्नी के खाते में जमा करा दिए थे। बाद में स्थानीय आरोपी हैदराबाद के लिए रवाना हो गए। उन्होंने 1 लाख रुपए खर्च किए। बाकी रकम यात्रा और खाने पर खर्च हुई, जबकि अन्य 6 आरोपी उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो गए। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस आयुक्त के मार्गदर्शन में 7 टीमें लगाई गईं।

ऐसे बनी लूट की योजना : जावेद ने सिमरजीत संधू को राजीव के कार्यालय में होने वाले लेनदेन के बारे में बताया। उसने अब्दुल नावेद और सैयद जीशान को बुलाया। चारों ने मिलकर योजना बनाई। चूंकि जावेद और संधू दोनों ट्रांसपोर्ट के धंधे में हैं, इसलिए उनकी अलग-अलग प्रांतों में पहचान है। योजना बनाने के बाद संधू ने उत्तर प्रदेश के आरोपियों से संपर्क किया। उसने 6 आरोपियों को राजीव की सुपारी दी। योजना के मुताबिक 7 सितंबर को यूपी के 6 आरोपी पिस्तौल लेकर आए। दस आरोपियों ने एक होटल में बैठकर गोली मारकर लूटने की योजना बनाई। उन्होंने वाड़ी इलाके से दो दोपहिया वाहन चुराए। वे चोरी के दोपहिया वाहन से ही घटनास्थल पर पहुंचे थे।


Created On :   18 Sept 2025 1:26 PM IST

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