Nagpur Khaparkheda News: 5 लाख रुपए की फिरौती के लिए मासूम का अपहरण, हत्या; पड़ोसी निकला मास्टरमाइंड

5 लाख रुपए की फिरौती के लिए मासूम का अपहरण, हत्या; पड़ोसी निकला मास्टरमाइंड
  • पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया
  • मोटी रकम की लालच में अपहरण

Nagpur Khaparkheda News खापरखेड़ा में फिरौती के लिए 11 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई। मृतक छात्र जीत युगराज सोनेकर शंकरराव चव्हाण इंग्लिश स्कूल खापरखेड़ा में कक्षा 6वीं में अध्ययनरत था। घटना बुधवार 17 सितंबर की सुबह खापरखेड़ा थाना क्षेत्र के चनकापुर परिसर में उजागर हुई। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या का मास्टरमाइंड मृतक जीत का पड़ोसी ही था। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम राहुल पाल (32), यश वर्मा (21) और अरुण भारती (22) हैं।

पैदल ही जा रहा था : जानकारी के अनुसार, सोमवार 15 सितंबर को जीत शाम को स्कूल की छुट्टी के बाद बस स्टॉप पर गया। उसके कुछ दोस्त बस से चले गए, लेकिन जीत बस में नहीं चढ़ा। वह पैदल ही घर की ओर जा रहा था। तभी सफेद रंग की कार (क्रमांक एमएच-40, ए-7997) में सवार राहुल पाल, यश वर्मा और अरुण भारती ने मटन मार्केट के पास रुक गए। चूंकि जीत तीनों को जानता था, इसलिए उनकी कार में बैठ गया। मगर, आरोपी उसे लेकर फरार हो गए।

जीत नहीं पहुंचा घर : जीत की मां नीलिमा सोनेकर और बड़ा भाई राज पोला त्योहार के लिए वार्ड क्रमांक- 2, खापरखेड़ा स्थित उनके दादा महादेव सोनेकर के घर आए थे। 15 सितंबर को देर शाम तक जीत घर नहीं पहुंचा तो मां, दादा-दादी, भाई और अन्य रिश्तेदारों ने खोजबीन शुरू की। जब वह कहीं नहीं मिला, तो आखिरकार रात को खापरखेड़ा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई। जीत के पिता युगराज सोनेकर, मध्यप्रदेश के पांढुर्णा तहसील के बोथिया गांव में अपने माता-पिता से मिलने गए थे। घटना की जानकारी उन्हें दी गई।

सुराग नहीं मिल रहा था : मामला दर्ज होने के बाद खापरखेड़ा पुलिस ने स्कूल के छात्रों के बयान लेकर जीत के माता-पिता और रिश्तेदारों को साथ लेकर खोजबीन शुरू की। मुख्य बाजार, अन्नामोड़, मिलन चौक, दहेगांव रंगारी आदि क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, लेकिन जीत का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश से क्राइम ब्रांच यूनिट- 5 की टीम जांच में शामिल हुई, लेकिन दो दिनों की तलाश के बावजूद कुछ हाथ नहीं लगा।

झाड़ी में शव दिखाई दिया : इस बीच बुधवार की सुबह करीब 6 बजे एक व्यक्ति अपने कुत्ते को टॉयलेट कराने के लिए बाहर लेकर गया था। चनकापुर कॉलोनी से सटे एक झाड़ी में जीत का शव दिखाई दिया। खापरखेड़ा पुलिस को सूचना दी गई। खापरखेड़ा और क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल अस्पताल भेजा गया।

इस तरह बनाई योजना : जीत के पिता युगराज सोनेकर और आरोपी राहुल पाल वेकोलि कॉलोनी में एक ही गली में रहते थे और पिछले 7-8 वर्षों से उनके संबंध थे। जीत के पिता युगराज अपने गांव बोथिया में करोड़ों की कृषि भूमि बेचने वाले हैं, यह जानकारी आरोपी राहुल को मिली थी। घटना वाले दिन युगराज अपने माता-पिता की तबीयत देखने गांव गए थे, लेकिन राहुल को लगा कि वह पैसे लाने गए हैं। इस गलतफहमी में राहुल ने यश वर्मा और अरुण भारती के साथ जीत के अपहरण की योजना बनाई। स्कूल से छुट्टी होने के बाद जीत का अपहरण किया गया और 5 लाख रुपए की फिरौती की योजना बनाई गई थी।

मुख्य आरोपी हर समय था पिता के साथ : मृतक जीत और मास्टरमाइंड आरोपी राहुल पाल का घर पड़ोस में ही था। जीत के लापता होने की जानकारी मिलने के बाद जब जीत के पिता गांव से लौटे, तो उन्होंने राहुल से संपर्क कर जीत के लापता होने की जानकारी दी। इस समय खुद पर से संदेह हटाने के लिए राहुल ने पुलिस, जीत के माता-पिता और अन्य परिजनों के साथ मिलकर खापरखेड़ा व अन्य स्थानों के सीसीटीवी कैमरों की जांच में सहयोग किया।

15 सितंबर को ही कर दी थी हत्या : 15 सितंबर को स्कूल से छुट्टी के बाद आरोपी राहुल, यश और अरुण ने कार से जीत का अपहरण किया। इसके बाद वे उसे कोराडी, वारेगांव, भानेगांव आदि इलाकों में घुमाते रहे। फिर पारशिवनी पुल के पास से कार को मोड़ा और अन्नामोड-चनकापुर के रास्ते से सुनसान पड़े कोयला खदान के इलाके में पहुंचे। रात करीब 10:30 बजे कार रोककर उसी में जीत का गला घोंट कर हत्या कर दी और शव को एक बोरे में भर दिया।

वेकोलि कॉलोनी में दो दिन रखा : 15 सितंबर की रात 10:30 बजे जीत की हत्या करने के बाद शव को बोरे में भरकर आरोपी राहुल ने अपने घर के पीछे स्थित दो गाले (कमरे) में रखा। इन दोनों गालों के बीच के हिस्से में शव को छिपा कर रखा गया। शव से बदबू आने की आशंका के चलते 17 सितंबर की सुबह आरोपी उसे कार में लेकर पास ही 100 मीटर दूर झाड़ियों में फेंक कर वहीं पास में चल रहे एक निर्माणाधीन मकान की रेत में छिपा दिया। पुलिस ने इस्तेमाल की गई कार और शव रखने वाला बोरा बरामद कर लिया है।

स्कूल यूनिफॉर्म में मिला शव : 17 सितंबर को जब आरोपियों ने जीत का शव झाड़ियों में फेंका, उस वक्त वह स्कूल यूनिफॉर्म में ही था और उसके पैर में स्कूल शूज भी थे। लेकिन घटनास्थल पर उसकी स्कूल बैग नहीं मिली। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद राहुल के घर के पास स्थित एक खाली कमरे की पहली मंजिल से जीत की स्कूल बैग बरामद की।

फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा मामला : बर्वे : घटना के बाद से ही मृतक के परिजनों ने थाने के सामने लाश को रखकर हंगामा खड़ा कर आरोपियों को जनता के हवाले करने की मांग करने लगे। इस बीच सांसद श्याम कुमार बर्वे थाना क्षेत्र में पहुंचे। बर्वेे की मौजूदगी में एसीपी के फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।


Created On :   18 Sept 2025 12:22 PM IST

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