भ्रष्टाचार का मार्ग बन चुका है समृद्धि महामार्गः विखेपाटील

Opposition raised questions on the re-appointment of Moppallar
भ्रष्टाचार का मार्ग बन चुका है समृद्धि महामार्गः विखेपाटील
भ्रष्टाचार का मार्ग बन चुका है समृद्धि महामार्गः विखेपाटील

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी राधेश्याम मोपलवार की महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) के प्रबंध निदेशक पद पर बहाली और एक साल के लिए ठेके पर नियुक्ति को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखेपाटील ने सवाल किया कि क्या सरकार के पास मोपलवार जैसा योग्य अधिकारी ही नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि नागपुर मुंबई समृद्धि महामार्ग भ्रष्टाचार का मार्ग बन गया है। विखेपाटील ने कहा कि एकनाथ खडसे की जांच तो सुस्त गति से चल रही है लेकिन मोपलवार को बुलेट ट्रेन की गति से क्लीनचिट दे दी गई।

पुऩः नियुक्त पर विपक्ष ने खड़े किए सवाल
विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि मोपलवार की नियुक्ति में नियमों का भी उल्लंघन किया गया है। सरकार को सलाहकार की नियुक्ति से पहले विज्ञापन देकर आवेदकों की योग्यता की जांच करनी चाहिए थी। विखेपाटील ने कहा कि मोपलवार पर सरकारी भूखंड सस्ते दाम पर बेचने का गंभीर आरोप है। ऐसे में उनकी नियुक्ति रद्द की जानी चाहिए। कांग्रेसी के पृथ्वीराज चव्हाण ने भी विखेपाटील की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी की अहम परियोजनाओं के लिए नियुक्ति की परंपरा राज्य में नहीं है। यह नियुक्त संदेह के घेरे में है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जांच समिति की रिपोर्ट विधानसभा में नहीं रखी गई।

टेप मामले में कोई जांच नहीं की, विपक्ष ने उठाया सवाल
टेप में जो आवाज है, उसकी नकल की जा सकती है, लेकिन उसमें अधिकारी की जिन संपत्तियों की बात की गई थी। उनकी जांच क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को लगता है कि इस अधिकारी के बिना काम नहीं चल सकता तो उसे टिकट देकर मंत्री बना देना दीजिए। विखेपाटील ने इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव देते हुए तुरंत चर्चा की मांग की जिसे विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे ने अस्वीकार कर दिया।
 

Created On :   7 March 2018 7:33 PM IST

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