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दैनिक भास्कर हिंदी: उज्ज्वला योजना के 76 हजार गैस कनेक्शन, नागपुर जिले के सांसद, विधायक-पार्षदों सहित एक लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं ने छोड़ी सब्सिडी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला (शहर व ग्रामीण) में लगभग 13 लाख 50 हजार गैस कनेक्शन है, जिनमें 1 लाख 781 उपभोक्ताओं ने गैस पर मिलनेवाली सब्सिडी छोड़ दी है। सरकार के गिव इट अप योजना के तहत यह सब्सिडी छोड़ी गई है। सरकार की तरफ से 14.25 किलो के एक सिलेंडर पर करीब दौ सौ रुपए सब्सिडी दी जाती है। केंद्र सरकार ने 2015 में गिव इट अप योजना लाई। योजना के तहत कोई भी गैस उपभोक्ता खुद होकर सब्सिडी छोड़ सकता है। इसके अलावा जिनकी सालाना आय 5 लाख से ज्यादा है, उन्हें भी सब्सिडी छोड़नी है। एचपीसीएल, बीपीसीएल व आईओसी के लगभग 13 लाख 50 हजार कनेक्शन है। सबसे ज्यादा लगभग 7 लाख 50 हजार गैस कनेक्शन एचपीसीएल के है। सरकार की तरफ से बार-बार किए जा रहे आह्वान के बाद जिले में 1 लाख 781 उपभोक्ताओं ने गैस पर मिलनेवाली सब्सिडी छोड़ी है। कंपनियों की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि गिव इट अप योजना का असर हुआ हैै। जिले में अब तक 1 लाख 781 उपभोक्ताओं ने गैस पर मिलनेवाली सब्सिडी छोड़ दी है। इसमें खुद होकर सब्सिडी छोड़नेवाले व ज्यादा आयवाले दोनों उपभोक्ता शामिल है। सब्सिडी छोड़ने से बचनेवाले निधि का उपयाेग राष्ट्रनिर्माण में हो रहा है। जिले के सभी सांसद, विधायक व पार्षदों ने खुद होकर गैस सब्सिडी छोड़ दी है।
इन कंपनियों के इतने उपभोक्ताओं ने छोड़ी सब्सिडी
एचपीसीएल 49815
आईओसी 29883
बीपीसीएल 21083
कुल 100781
हर महीने 2 करोड़ 15 लाख के राजस्व की बचत
एक उपभोक्ता को साल में 12 सब्सिडाइज्ड सिलेंडर मिलते है। एक सिलेंडर पर लगभग 200 रुपए सब्सिडी मिलती है। जिले में 1 लाख 781 उपभोक्ताओं ने सब्सिडी छोड़ी है। इस हिसाब से देखा जाए तो जिले में हर महीने 2 करोड़ 15 लाख 6हजार 2 सौ रुपए के राजस्व की बचत हो रही है।
ज्यादा आयवालों को पकड़ रहा सिस्टम
सरकार ने स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ने की अपील करते हुए सालाना 5 लाख से ज्यादा आयवालों को गैस पर मिलनेवाली सब्सिडी छोड़ना जरूरी है। ज्यादा आयवालों द्वारा सब्सिडी छोड़ने में सिस्टम की अहम भूमिका है। गैस एजेंसी में हर उपभोक्ता को केवायसी देना पड़ता है। इसमें आधार कार्ड के अलावा बैंक अकाउंट नंबर भी देना पड़ता है। उपभोक्ता की सालाना आय 5 लाख से ज्यादा होने पर सिस्टम इस बारे में जानकारी देता है। कंपनी समय-समय पर सिस्टिम में जारी अपडेट पर नजर रखती है।
जिले में उज्ज्वला योजना के 76 हजार गैस कनेक्शन
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत नागपुर समेत देश भर में गरीबोें को गैस कनेक्शन बांटे गए। जिले में अब तक 76 हजार गैस कनेक्शन दिए गए। साल में सब्सिडी के 12 सिलेंडर मिलते है, लेकिन इस योजना के लाभार्थियों ने साल में औसतन 4 ही सिलेंडर लेने की जानकारी सामने आई है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2016 में उत्तर प्रदेश से शुरू हुई। ऐसे गरीब जिनके नाम पर गैस कनेक्शन नहीं है औैर सरकार द्वारा किए गए सर्वे में उनकी आयु तय सीमा से कम है। पेट्रोलियम कंपनियो के मार्गदर्शन में हर जिले का कोटा तय किया गया। हालांकि यह कोटा समय-समय पर बढ़ते गया। जिले में इस योजना के तहत अब तक लगभग 76 हजार गैस कनेक्शन बांटे गए। शहर में करीब 25 हजार व ग्रामीण क्षेत्र में 51 हजार कनेक्शन दिए गए। ग्रामीण क्षेत्र में अभी भी महिलाओं का जोर लकड़ियों पर ही भोजन बनाने में है। जिले के रिकार्ड पर नजर डाले तो औसतन 4 ही सिलेंडर उठाए जा रहे है। बाकी बचे 8 सिलेंडरों की सब्सिडी का लाभ लाभार्थी नहीं उठा रहे।
जिले में कुल गैस कनेक्शन
शहर व ग्रामीण में लगभग 13 लाख 50 हजार गैस कनेक्शन है। एचपी के सर्वाधिक 7 लाख 50 हजार कनेक्शन है। भारत पेट्रोलियम के लगभग 2 लाख 80 हजार व इंडियन आइल कारपोरेशन के करीब 3 लाख 20 हजार गैस कनेक्शन है। इसमें उज्ज्वला के लाभार्थियों पर नजर डाले तो एचपी के 31 हजार 5 सौ, बीपी के 24 हजार से ज्यादा व आईआेसी के 20 हजार से ज्यादा लाभार्थी है।
नहीं हो सकता कनेक्शन बंद
आईल कंपनियों द्वारा तय नियमों पर गौर करे तो लगातार 12 महीने सिलेंडर नहीं उठाने पर कनेक्शन लॉक किया जाता है। गैस एजेंसी को केवायसी (नो युवर कस्टमर) देने पर कनेक्शन अनलॉक (शुरू) हो जाता है। इसकारण अब तक जिले में उज्ज्वला योजना के किसी भी लाभार्थी का कनेक्शन बंद नहीं हो सका।
जिले में एजेंसियां
एचपी 49
बीपी 23
आईओेसी 33
बगैर सिलेंडर लिए उठा सकते हैं सब्सिडी का लाभ
सरकार की तरफ से हर उपभोक्ता को साल के 12 सब्सिडाइज्ड सिलेंडर मिलते है। सब्सिडी छोड़कर सिलेंडर की कीमत लगभग 510 रुपए पड़ती है। बगैर सिलेंडर उठाए भी सब्सिडी का लाभ लिया जा सकता है। मोबाइल से रिफील बुक करने के बाद सब्सिडी बैंक खाते में जमा हो जाती है। घर आए सिलेंडर को लौटाया जा सकता है।
लकड़ियां आसानी से उपलब्ध हो जाती है
उज्ज्वला योजना के समन्वयक कार्यालय से स्पष्ट किया गया कि अभी तक जिले में लगभग 76 हजार सिलेेंडर बांटे गए है। साल में 12 सब्सिडाइज्ड सिलेंडर मिलते है, लेकिन जिले में आैसतन 4 ही सिलेंडर उठाए जा रहे है। अधिकांश कनेक्शन ग्रामीण क्षेत्र में है आैर लाभार्थी गैस की अपेक्षा लकड़ियों को ही प्राथमिकता दे रहे है। गैस सिलेंडर के लिए एकमुश्त मूल्य चुकाना भी सिलेंडर नहीं उठाने का कारण है। ग्रामीण क्षेत्र में आसानी से लकड़ियां उपलब्ध हो जाती है। किसी लाभार्थी का कनेक्शन बंद नहीं किया गया।
MS Excel Training : आईसेक्ट द्वारा चार दिवसीय Advanced MS Excel Training का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट द्वारा अपने employees के कौशल को बढ़ाने के प्रयास के तहत चार दिवसीय Advanced MS Excel Training का आयोजन किया गया। इसमें एक्सेल के Expert Trainer Shri Anil Upmanyu ने Excel की उपयोगिता से अवगत कराते हुए कई प्रकार के functions को सिखाया। इस दौरान उन्होंने पार्टिसिपेंट्स को प्रैक्टिकल एक्सरसाइज कराते हुए बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार एक्सेल बड़ी मात्रा में डाटा को हैंडल करता है और अलग-अलग कार्यों में इसका कैसे प्रयोग किया जा सकता है। वर्कशॉप में करीब 40 पार्टिसिपेंट्स ने हिस्सा लिया और उन्हें समापन अवसर पर सर्टिफिकेट्स प्रदान किए गए। समापन अवसर पर AISECT E-Learn के एजीएम प्रभाकर सिन्हा विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने ट्रेनर Shri Anil Upmanyuको विशेष रूप से धन्यवाद देते हुए वर्कशॉप की सराहना की और आगे भी ऐसे ही एडवांस स्तर के कौशल संबंधी ट्रेनिंग आयोजित करने की बात कही।
Training के आयोजन पर AISECT के निदेशक श्री सिद्धार्थ चतुर्वेदी जी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसलिए अपनी इसी प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए लगातार कई उपयोगी ट्रेनिंग सेशन का आयोजन करता है। मुझे आशा है हमारे संस्थान के एम्पलॉइज द्वारा इसका पूरा लाभ लेते हुए अपना कौशल उन्नयन कर समाज के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभने में अपना योगदान देंगे।
Training session का संयोजन आईसेक्ट प्रबंधन के अलावा आईसेक्ट एचआर (Learning and Development) की श्रीमती अर्चना जैन द्वारा किया गया। इस सेशन का आयोजन जून माह के अंत में किया गया।
क्लोजिंग बेल: : गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 111 अंक लुढ़का, निफ्टी भी टूटा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पांचवे और आखिरी दिन (01 जुलाई 2022, शुक्रवार) गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 111.01 अंक यानी कि 0.21% की गिरावट के साथ 52,907.93 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 28.20 अंक यानी कि 0.18% की गिरावट के साथ 15,752.05 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी में तेजी रही एवं उसने 114 अंकों की बढ़त के साथ 33539.45 पर सत्र की समाप्ति दी। निफ्टी के 50 शेयरों में से 36 में तेजी रही जो व्यापक खरीदारी दर्शाते हैं।क्षेत्र विशेष में रियलिटी तथा एफएमसीजी सूचकांक 1.5 प्रतिशत से 2.80 प्रतिशत बढ़े जबकि आयलएंडगैस सूचकांक ओएनजीसी तथा रिलायंस में बड़ी गिरावट के कारण 3 प्रतिशत गिरा। निफ्टी के शेयरों में आईटीसी, बजाज फाइनेंस,बजाज फिन सर्व, ब्रिटानिया में सर्वाधिक लाभ रहा जबकि ओएनजीसी, रिलायंस, बजाज ऑटो, पावर ग्रिड में सबसे अधिक हानि रही।
तकनीकी आधार पर दैनिक चार्ट पर निफ्टी ने हैमर सदृश कैंडल बनाया है जो आगामी सत्र में तेजी की चाल का संकेत है। साप्ताहिक चार्ट पर निफ्टी ने बुलिश हरामी कैंडल स्टिक प्रारूप की पुष्टि की है जो आनेवाले सत्र के लिए तेजी का संकेत है। निफ्टी ने 100 एचएमए पर सपोर्ट लिया है तथा इस स्तर के ऊपर बंदी दी है जो अगले सत्र के लिए एक शक्ति का परिदृश्य दर्शा रहा है। मोमेन्टम संकेतक दैनिक चार्ट पर स्टॉकिस्टिक एवं एमएसीडी सकारात्मक क्रॉसओवर के साथ ट्रेड कर रहे हैं, ये भी निफ्टी में बढ़त आने का संकेत है।
निफ्टी 15500 पर सपोर्ट ले सकता है, तेजी में 15900 तात्कालिक अवरोध है। 15900 के ऊपर जाने पर तेजी की चाल गति पकड़ सकती है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32600 तथा अवरोध 34000 है। कुलमिला कर निफ्टी 15500 के सपोर्ट के साथ शक्तिशाली लग रहा है।आज के सत्र में निफ्टी तथा निफ्टी शेयरों ने वैश्विक, विशेषकर अमेरिकी शेयर बाजार में दुर्बलता के बाद भी अच्छी शक्ति दिखाई। यदि भारतीय बाजार वर्तमान स्तरों की रक्षा करने में सफल रहते हैं, टिक पाते हैं तो फिर एक तीव्र तेजी की चाल आ सकती है तथा बुरा समय कुछ समय विशेष के लिए समाप्त भी हो सकता है।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
३२ साल के डॉ. राज पढियार ने देश भर में बनायी विशेष पहचान: गुजरात के गृहमंत्री, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी के गवर्नर सहित देश विदेश की नामी हस्तियाँ करती है फ़ॉलो
डिजिटल डेस्क, भोपाल। थाने ज़िला के मीरा भायंदर के युवा उधमी - डॉ. राज पढियार ने अपने आंट्रेप्रेनरशीप और डिजिटल मीडिया से देश भर में अपनी विशेष पहचान बनायी हैं । इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की उन्हें ट्विटर पर गुजरात के गृह मंत्री - हर्ष संघवीजी, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी गवर्नर - डॉ. तमिलिसाई सौंदराराजन, तहसीन पूनावाला, कोंग्रेस के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष - बी श्रीनिवास, भाजपा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष एव सांसद - तेजस्वी सूर्या, उद्धव ठाकरे साहेब के पीए - बी के राजपूत, इनकम टैक्स कमिशनर - सुग्रीव मीना, ABP न्यूज़ के ऐंकर - विकास भदोरिया, राहुल गांधी के पीएस - कौशल विद्यार्थी, बोलीवुड अभिनेता अमित साध, WTO के भारत के डिरेक्टर - आशीष चंडोरकर, दुबई के शेख़ - डॉ. मोहम्मद अल हेमीयरी समित भारत सरकार के कई मंत्रालय, विभिन्न राज्य के प्रदेशध्यक्ष, सांसद, अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं नामी हस्तियाँ फ़ॉलो करती है । यह सभी लोग डॉ. राज के शिक्षण एवं डिजिटल मीडिया के क्षेत्र के बदोलत इनके सम्पर्क में रहकर निरंतर चर्चा एवं वार्ता विमश करते रहते है ।
डॉ. राज पढियार - एशिया की प्रसिद्ध एजुकेशन कंपनी -
डिजिटल गुरुकुल के संस्थापक है जिसने अभी तक पूरी दुनिया में ४५,०००+ से ज़्यादा छात्रों को डिजिटल क्षेत्र में प्रशिक्षा देकर उन्हें रोज़गार एवं स्टार्टअप के हेतु योग्य बनाया है । कोरोना काल में डॉ. राज की संस्था ने १५००+ से ज़्यादा भारत, दुबई के युवाओं को डिजिटल स्किल की निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें रोज़गार प्राप्त करने में सहायता करी ।
डॉ. राज पढियार अब तक ५०००+ से ज़्यादा लेक्चर ले चुके है जिसमें ३१,०००+ छात्रों को ट्रेनिंग देके उन्हें रोज़गार हेतु योग्य बना चुके है । उन्होंने अब तक अपनी २ किताबें पब्लिश करी है १ - सोशल मीडिया एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया - जिसे भारत के अग्रणी राजनेताओ ने पढ़कर उसकी सराहना की है, २ - फ़ंडामेंटलस ओफ़ डिजिटल मार्केट जो डिजिटल मीडिया विषय पर लिखी हुई भारत की पहली एकाडेमिक बुक है - यह बुक भारत के २५० से ज़्यादा कॉलेज के लाइब्रेरी में उपलब्ध है।
डॉ. राज पढियार को शिक्षा एवं डिजिटल क्षेत्र में योगदान के चलते उन्हें “दुनिया के सर्वश्रेस्ठ १०० डिजिटल लीडर” में स्थान मिला जो भारत के लिए बहोत गर्व की बात थी । इसके अलावा उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली खान, कलाकार मुकेश खन्ना एवं कई बड़े कलाकारों ने विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया है ।
अपने स्टार्टप के शुरुआती दौर में काफ़ी स्ट्रगल करने के बाद डॉ. राज पढियार ने अपने अथाग परिश्रम एवं मेहनत से आज जो मुक़ाम तक पहोचे है जिससे उनकी देश विदेश में लोग सराहना कर रहे है और भारत का नाम और रोशन किया है।
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
प्रत्येक ग्राहक पहली कोशिश में अपने निकट के ईमानदार पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी से संपर्क कर रहा है और बाजार में धोखाधड़ी सेवा प्रदाताओं का खात्मा हो रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए एश्योरशिफ्ट की स्थापना की गई थी।
AssureShift Packers and Movers एक मानक बन गया है यह भारत का सबसे अच्छी ऑनलाइन पैकर्स और मूवर्स निर्देशिका है, जिसमें 25 से अधिक शहरों के शीर्ष पैकर्स और मूवर्स की सूची है। 2017 की शुरुआत में लॉन्च होने के बाद से, एश्योरशिफ्ट ने देश भर में 50,000 से अधिक परिवारों और व्यक्तियों को सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है। हमारे पार्टनर पैकर्स और मूवर्स के पास पर्याप्त अनुभव है और वे घरेलू सामान पैकिंग और मूविंग, कार ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज, बाइक शिफ्टिंग सर्विसेज, ऑफिस शिफ्टिंग आदि जैसे सभी प्रकार के सामानों को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। हम सुनिश्चित करते हैं इस दौरान हमारी पार्टनर कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं, किफायती शुल्क, समय पर घर से पिकअप और डिलीवरी, पेशेवर व्यवहार जैसे पूर्ण ग्राहक सहायता का आश्वासन दे रही हैं।
एक बार जब ग्राहक पूछताछ फॉर्म भरते हैं, तो मुश्किल से 10 क्लिक के भीतर, एश्योरशिफ्ट निर्दिष्ट स्थानांतरण आवश्यकताओं के अनुसार ग्राहक के निकटतम 3 शीर्ष पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों को संदर्भित करता है। ग्राहक सटीक स्थानांतरण शुल्क प्राप्त करने के लिए प्री-मूव सर्वेक्षण कर सकते हैं और दरों, प्रोफाइल, समीक्षाओं और रेटिंग की तुलना करके सबसे उपयुक्त पैकर्स और मूवर्स कंपनी के साथ सौदा कर रहे हैं।
एश्योरशिफ्ट का 4-चरणीय तरीका एक सुनिश्चित स्थानांतरण के लिए
#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
एक पैकर्स और मूवर्स कंपनी की विश्वसनीयता साबित करने वाले मुख्य कागज-पत्र में से एक यह है कि उनके पास सरकार द्वारा दिए गए आवश्यक पंजीकरण दस्तावेज होना चाहिए। एश्योरशिफ्ट निम्न प्रकार से जाँच करके स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं की पूरी गहराई से पृष्ठभूमि का सत्यापन करता है:
- कंपनी जीएसटी पंजीकरण,
- कार्यालय सेटअप, स्थान और प्रमाण,
- ओनर आईडी प्रूफ,
- संपर्क विवरण,
- ग्राहक प्रतिक्रिया के साथ पूर्व कार्य अनुभव,
- Google रेटिंग और समीक्षाएं।
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों को परेशानी मुक्त और विश्वसनीय पैकिंग मूविंग सेवाएं प्रदान करने और उनके स्थानांतरण के अंत में 100% संतुष्टि की सुनिश्चित करता है।
#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
हमारे पार्टनर पैकर्स एंड मूवर्स के पास रिलोकेशन सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शन करने का अच्छा अनुभव है और ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार किसी भी आइटम को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। वे शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को संभालने में सक्षम हैं, यानी, एक अच्छी तरह से नियोजित रणनीति तैयार करना, पैकिंग, लोडिंग, पूरी सुरक्षा के साथ वस्तुओं का परिवहन, और गंतव्य पर अनलोडिंग और अनपैकिंग करना।
युक्ति: भारत में सबसे सटीक पैकर्स और मूवर्स शुल्क प्राप्त करने के लिए (किसी भी आइटम को देश में किसी भी स्थान पर ले जाने के लिए), हमेशा एक भौतिक प्री-मूव सर्वेक्षण अनुरोध करें। जब मूवर्स व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं का सर्वेक्षण करते हैं, तो उन्हें सटीक आवश्यकताओं का बेहतर विचार मिलता है और वे स्थानांतरण लागत की अधिक सटीक गणना करने में सक्षम होते हैं।
#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
- फॉर्म जमा करते ही ग्राहकों को तुरंत रेफर किए गए मूवर्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।
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