वरिष्ठ शास्त्रीय गायक पंडित नारायण राव बोडस का निधन

Pandit Narayan Rao Bodas passes away, was senior classical singer
वरिष्ठ शास्त्रीय गायक पंडित नारायण राव बोडस का निधन
वरिष्ठ शास्त्रीय गायक पंडित नारायण राव बोडस का निधन

डिजिटल डेस्क, पुणे। ग्वालियर घराने के वरिष्ठ शास्त्रीय गायक पंडित नारायणराव बोड़स का निधन हो गया। सोमवार सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। वे 85 वर्ष के थे। पंडित नारायणराव बोड़स ने पिता लक्ष्मणराव गोड़स के अलावा प्रल्हादपंत गानू से संगीत की शिक्षा हासिल की। सौभाग्यरमा नामक नाटक से उन्होंने बतौर गायक और अभिनेता के तौर पर काम शुरू किया था। इसके बाद संगीत शारदम, सं. सौभद्रम, पती गेले गं काठेवाडी, बुद्ध तिथे हरला, सं. मृच्छकटिक, सं. महाश्वेता, सं. मानापमान, सं. स्वयंवर, सं. सौभद्र, सं. संशयकल्लोड जैसे कई नाटकों में काम किया। कुछ फिल्म और धारावाहिकों में भी उन्होंने काम किया। 

बालगंधर्व पुरस्कार से सम्मानित

वर्ष 1993 में साठ वर्ष की उम्र में उन्होंने सं. सौभद्र में आखरी बार काम किया था। उसके बाद उन्होंने संगीत अध्यापन करना शुरू कर दिया। 12 वर्ष तक उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र, छात्रओं को संगीत सिखाया। वहां से सेवानिवृत्त होने के बाद वे  2006 से वाशी के गांधर्व महाविद्यालय में संगीत सीखनेवाले छात्र, छात्राओं का निशुल्क मार्गदर्शन कर रहे थे। संगीत  के लिए खास योगदान के चलते उन्हें राज्य सरकार ने बालगंधर्व पुरस्कार देकर सम्मानित किया था। 

संगीत प्रेमियों के मन में अनूठी छाप छोड़ी

वरिष्ठ शास्त्रीय गायक पंडित नारायणराव बोड़स संगीत को समर्पित रहे। उन्होंने एक ही लक्ष्य बना रखा था, कि संगीत को हर जगह फैलाया जाए। उन्होंने बड़ी शिद्दत के साथ संगीत सीखनेे के इच्छुक छात्र-छात्रों को तैयार किया। अपने पिता से संगीत के गुर सीखने वाले नारायणराव बोड़स नेे संगीत प्रेमियों के मन में अनूठी छाप छोड़ी। उन्होंने लोगों को संगीत के साथ जोड़ा ही नहीं बल्कि संगीत को साधने की ललक भी जगाई। उनके निधन से शोक का माहौल है। 

 

Created On :   27 Nov 2017 9:17 PM IST

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