जंग की दहशत: खारकीव से निकले छात्र, ल्वीव पहुंचने कर रहे जद्दोजहद

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दो ट्रेनों में यूक्रेनियों ने घुसने नहीं दिया, तीसरी ट्रेन में मिल पाई जगह जंग की दहशत: खारकीव से निकले छात्र, ल्वीव पहुंचने कर रहे जद्दोजहद

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। यूके्रन के खारकीव में हमलों के बीच से संघर्ष करते हुए छिंदवाड़ा के दो छात्र शहर लोकल टैक्सी फिर ट्रेन के सहारे ल्वीव पहुंचने की जद्दोजहद कर रहे हैं। 15 से ज्यादा भारतीय छात्रों का यह गु्रप अभी भी यूक्रेन देश के अंदर ही फंसा हुआ है। लोकल ट्रेन की मदद से ये यूक्रेन के शहर ल्वीव पहुंचेंगे यहां से हंगरी, पोलेंड और रोमानिया बार्डर लगभग बराबर की दूरी पर स्थित हैं। हालांकि इस शहर तक पहुंचने के लिए दोनों छात्र 18 घंटे का सफर तय करने निकल चुके हैं।
कोलाढाना निवासी डॉ प्रशांत चौरसिया ने बताया कि खारकीव में बढ़ते हमलों को देखते हुए उनके बेटे प्रत्युष समेत सभी 15 छात्रों को बार्डर तक ले जाने एक मैडम लीड कर रही हैं। इंडियन समय के अनुसार सुबह 12.30 बजे सभी छात्र बंकर से निकलकर टैक्सी के जरिए 15 किलोमीटर दूर रेल्वे स्टेशन पहुंच चुके थे। यहां पहली ट्रेन में उन्हें घुसने नहीं दिया गया। फिर 1.30 बजे की ट्रेन में भी मारपीट के हालात निर्मित हो गए थे। आखिर शाम 5 बजे उन्हें तीसरी ट्रेन में जगह मिल पाई है। यह ट्रेन रात 8.30 बजे स्टेशन से ल्वीव शहर के लिए निकली है। लगभग 18 घंटे का सफर तय कर ये छात्र ल्वीव पहुंचेंगे। इस शहर से पौलेंड, हंगरी और रोमानिया बार्डर लगभग बराबर की दूरी पर स्थित हैं।
राहत है कि वे खारकीव छोड़ चुके
परासिया रोड निवासी धनंजय क्रिपान ने बताया कि उनके बेटे संकल्प से बात हुई है।
मैसेज में ही वे अपनी लोकेशन और अपडेट दे रहे हैं। बच्चों को अभी खारकीव से निकलकर ल्वीव पहुंचने में 18 घंटे लगेंगे। इस बीच ही इन्हें पता चल पाएगा कि किस बार्डर पर इन्हें पहुंचना है।
फ्लाइट का इंतजार कर रही अर्शप्रीत
मधुवन कॉलोनी निवासी दिलजीत सिंह ने बताया कि बेटी अर्शप्रीत सुबह हंगरी पहुंचने के बाद दोपहर 1.30 बजे करीब एयरपोर्ट पर पहुंच चुकी थी। बोर्डिंग हो चुकी है। अब बस फ्लाइट का इंतजार किया जा रहा है। फ्लाइट मिलने पर ही पता चलेगा कि वह मुम्बई आएगी या दिल्ली। सेफ जोन में आने के बाद काफी राहत महसूस कर रहे हैं।
पीडि़त परिवारों को पुलिस ने दिया दिलासा
मंगलवार दोपहर सीएसपी मोतीलाल कुशवाहा तीनों परिवार से मिलने पहुंचे थे। तीनों बच्चों की जानकारी जुटाने के बाद परिवार को दिलासा दिया है कि वे चिंता न करें। जल्द ही उनके बच्चे सकुशल घर लौट आएंगे।
दो छात्र 24 फरवरी को लौट आए
लालबाग निवासी तरुण सूर्यवंशी और मोहबे मार्केट निवासी जान्हवी यदुवंशी बीती 24 फरवरी को यूक्रेन से वापस लौट आई हैं। पुलिस विभाग के अधिकारी इन बच्चों के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। बच्चों के संबंध में जानकारी जुटाई गई है।

Created On :   1 March 2022 11:36 PM IST

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