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- Passengers are facing confusion on Nagpur railway due to display
दैनिक भास्कर हिंदी: नागपुर स्टेशन पर एक ही समय पर आने वाली गाड़ियों में अक्सर लोग बैठकर कहीं और पहुंच जाते हैं - जानिए कैसे होती है गफलत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हाल ही में गलत ट्रेन में बैठी मां-बेटी ने चलती ट्रेन से उतरने के चक्कर में गाड़ी से छलांग लगा दी थी। इस हादसे में मां की मौत हो गई थी, जबकि बेटी गंभीर रूप से जख्मी हुई थी। दरअसल, यह हादसा एक ही नाम की दो ट्रेनों के यहां एक ही समय पर आने के कारण हुई। मुख्य रूप से ऐसी ट्रेनों में जीटी एक्सप्रेस, तमिलनाडु एक्सप्रेस व शालीमार एक्सप्रेस शामिल हैं। जिस पर जल्दबाजी में बैठकर यात्री कहीं और निकल जाते हैं। इसके अलावा दिन भर नागपुर स्टेशन पर आधा दर्जन गाड़ियां ऐसी आती हैं, जिसके नाम एक होते हैं। ऐसे में स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को समझदारी से काम लेते हुए अपनी गाड़ी में ही चढ़ना चाहिए।
निकल जाते हैं कहीं और
नागपुर स्टेशन पर रोजाना 125 से ज्यादा गाड़ियों का आवागमन रहता है। दिन भर सभी 8 प्लेटफार्म गाड़ियों के आवागमन से व्यस्त रहते हैं। पटरियों के बगल में लगे कोच इंडिकेटर में गाड़ियों की स्थिति भी दिखाई जाती है, लेकिन एक ही समय पर अलग-अलग दिशा से आनेवाली एक ही नाम की गाड़ियां यात्रियों को दुविधा में डाल देती हैं। कोच डिस्प्ले पर केवल गाड़ी का नाम देख या किसी अन्य यात्री से गाड़ी का नाम पूछ यात्री गाड़ी में चढ़ जाते हैं। ऐसे में उन्हें कहीं ओर जाना होता है, लेकिन निकल जाते हैं कहीं और।
वे गाड़ियां, जो गलतफहमी पैदा करतीं हैं
- दोपहर 12.20 को ट्रेन नंबर 12615 चेन्नई-नई दिल्ली जीटी एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 1 पर आती है। ठीक इसी वक्त प्लेटफार्म नंबर 2 पर 12616 नई दिल्ली-चेन्नई एक्सप्रेस पहुंचती है।
- प्लेटफार्म नंबर पर दोपहर 2.10 बजे ट्रेन नंबर 12621 चेन्नई-नई दिल्ली तमिलनाडु एक्सप्रेस पहुंचती है। ठीक इसी समय पर 12622 नई दिल्ली-चेन्नई तमिलनाडु एक्सप्रेस भी पहुंचती है।
- ट्रेन नंबर 18029 एलटीटी-शालीमार एक्सप्रेस दोपहर 1.20 बजे प्लेटफार्म नंबर 3 पर आती है। इसी वक्त 2 नंबर पर एलटीटी से शालीमार जानेवाली शालीमार एक्सप्रेस पहुंचती है।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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