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किरीट सोमैया पर हमले को लेकर पाटील ने केंद्रीय गृहमंत्री को लिखा पत्र
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने पार्टी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया पर शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमले के मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। सोमवार को पुणे में पाटील ने यह जानकारी दी। पाटील ने कहा कि शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पुणे मनपा कार्यालय में सोमैया पर जानलेवा हमला किया था। इस हमले के खिलाफ दर्ज एफआईआर बेहद कमजोर और हास्यहास्पद है। पुलिस पर दवाब होने के कारण आरोपियों के खिलाफ सोमैया के हत्या का प्रयास करने की धारा 307 नहीं लगाई गई है। हमें राज्य सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं है। इसलिए मैंने सोमैया पर हुए हमले की घटना पर केंद्रीय गृह मंत्रालय से ध्यान देने का आग्रह किया है। पाटील ने कहा कि कुछ लोगों के पास अलग-अलग जांच एजेंसियां पहुंचने वाली हैं। ऐसे लोग ही सोमैया की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन सोमैया की आवाज दबाना आसान नहीं है।
शिवसेना के चलते सोमैया पर अन्याय हुआ- पाटील
पाटील ने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने सोमैया को टिकट न देने को लेकर युति को दांव पर लगा दिया था। जिसके कारण भाजपा को साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सोमैया का उत्तर पूर्व मुंबई सीट से टिकट काटना पड़ा। उस समय शिवसेना से विवाद से बचने के लिए भाजपा ने सोमैया के साथ अन्याय किया था। शिवसेना नहीं चाहती थी कि सोमैया को लोकसभा का टिकट मिले। इसके लिए शिवसेना ने भाजपा के साथ युति को दांव पर लगा दिया था। पाटील ने कहा कि टिकट कटने के बावजूद सोमैया पार्टी के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
मेरे हाथ-पैर तोड़ने के आदेश दिए गए थे
पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने कहा कि मैंने शिवसेना के सांसद संजय राऊत के साझेदार सुजीत पाटकर की फर्जी कंपनी को पुणे में कोविड केयर सेंटर का ठेका देने के मामले में शिकायत की है। इसलिए शनिवार को पुणे मनपा में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने मुझ पर हमला किया। सोमैया ने दावा किया कि मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से मेरे हाथ-पैर तोड़ने के आदेश दिए गए थे। जिससे मैं दो-तीन महीने बिस्तर से उठ न सकूं। सोमैया ने कहा कि मुझ पर हुए हमले की घटना को लेकर मंगलवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से राजभवन में मुलाकात करूंगा। सोमैया ने कहा कि स्थानीय पुलिस और पुणे मनपा के सुरक्षा कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई होनी चाहिए।
वाझे के बहाली के लिए मुख्यमंत्री दोषी
इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने दावा किया कि निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की बहाली के मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे दोषी हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मैंने बाम्बे हाईकोर्ट को पत्र भी लिखा है। पाटील ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दिए जवाब में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने खुद कबूल किया है कि वाझे की बहाली को लेकर मुख्यमंत्री और आदित्य का उन पर दबाव था। पाटील ने कहा कि परमबीर ने तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ 100 करोड़ रुपए वसूली का आरोप लगाया था। जिसके बाद हाईकोर्ट ने देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। अब तो परमबीर खुद कहा है कि मुख्यमंत्री और आदित्य ने उन पर दबाव डाला था तो यह दोनों दोषी नहीं है क्या?
Created On :   7 Feb 2022 8:42 PM IST