सोशल मीडिया पर लिखी बातों से होता है जनमानस प्रभावित

People are affected due to what is written on social media
सोशल मीडिया पर लिखी बातों से होता है जनमानस प्रभावित
सोशल मीडिया पर लिखी बातों से होता है जनमानस प्रभावित

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रतिष्ठा से अधिक बड़ी है। सोशल मीडिया पर लिखी गई बातों से जनमानस प्रभावित होता है। इसलिए सोशल मीडिया पर लिखनेवालों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए की उनकी बातों में विश्वसनीयता हो। यह बात कहते हुए बांबे हाईकोर्ट ने एक वीडियो ब्लागर अभिजीत भन्साली को राहत प्रदान की है। यहीं नहीं हाईकोर्ट ने भंसाली द्वारा पैराशूट तेल को हटाने के संबंध में दिए गए आदेश पर रोक लगा दी है। इससे पहले एकल न्यायाधीश ने भंसाली को अपना वीडियों हटाने का निर्देश दिया था। जिसके खिलाफ उसने अपील की थी। इस अपील पर मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नांदराजोग की खंडपीठ के सामने सुनवाई हुई। मेरिको कंपनी ने शुरुआत में  भंसाली के विवादस्पद वीडियों को हटाने की मांग को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की थी।

मामले से जुड़े दोनों पक्षों को सुनने के बाद खंडपीठ ने कहा कि इंटरनेट व सोशल मीडिया  में बड़े पैमाने पर लोगों को सूचनाएं मिल रही है लेकिन लोग सीधे इन सूचनाओं को ज्ञान मान लेते है। जो की उचित नहीं है। यह बात कहते हुए खंडपीठ ने भंसाली को राहत प्रदान की। 

 

Created On :   14 Feb 2020 9:39 PM IST

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