गड्ढे के दूषित पानी से होता है निस्तार- काफी बदतर हैं शहर की गरीब बस्ती का हाल

people are using dirty drain water for lavatory in shahdol
गड्ढे के दूषित पानी से होता है निस्तार- काफी बदतर हैं शहर की गरीब बस्ती का हाल
गड्ढे के दूषित पानी से होता है निस्तार- काफी बदतर हैं शहर की गरीब बस्ती का हाल

डिजिटल डेस्क शहडोल । संभागीय मुख्यालय में नगरपालिका के वार्ड नंबर 17 (पुराना 32) के गरीब बस्ती के हालात अति पिछड़े गांव से भी बदतर है। हरिजन, आदिवासी व पिछड़ा वर्ग के लगभग 60 घरों के बाशिंदे निस्तार के पानी के लिए टांकी नाले के किनारे स्वयं के बनाए गए गड्ढों पर निर्भर हैं। पीने का पानी डेढ़ किलोमीटर दूर कोटमा तिराहे के पास से लाते हैं। किसी भी घर में शौचालय नहीं है। आने-जाने के लिए सड़क तक नहीं है। और तो और सौभाग्य जैसी योजना के बाद भी बस्ती में बिजली के पोल तक नहीं गड़े, कनेक्शन तो दूर की बात है। शहर की इस बस्ती में मूल भूत सुविधाओं की कमी है लेकिन आश्चर्य की बात है कि प्रशासन की नजर आज तक नहीं पड़ी। 

रहवासियों में है नाराजगी 
नगरीय इलाके का हिस्सा होने के बावजूद नगरपालिका की उपेक्षा को लेकर स्थानीय रहवासियों में नाराजगी है। 3-4 सौ आबादी वाले इस बस्ती के लगभग सभी लोगों के नाम बीपीएल सूची में है। करीब 12 साल से बस्ती आबाद है। हर चुनाव में मतदाता के रूप में वोट डालते हैं। लेकिन आज तक कोई झांकने नहीं आया। बस्ती के लोगों ने बताया कि कई बार नगरपालिका व जिला प्रशासन के समक्ष व्यथा सुनाई गई लेकिन समस्या सुलझाने कोई सामने नहीं आया। 

ऐसे करते हैं गुजारा 
गरीब बस्ती के रहवासी अमरजीत सिंह गोले, सुखलाल साकेत, रामनाथ पनिका, भावना समुद्रे, चंदा गोले, लक्ष्मी गोले, पूरन बर्मन, आशा गोले, सुमंत्रा आदि ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या पानी की है। एक भी हैण्डपंप नहीं है। नाला के किनारे गड्ढे बनाकर निस्तार का पानी लेते हैं। बरसात में वह भी बंद हो जाता है। पीने के लिए कोटमा तिराहा जाना पड़ता है। सड़क और बिजली तो है ही नहीं। शौचालय के लिए कई बार नपा से कहा गया लेकिन मंजूरी नहीं मिली। खुले में शौच जाना पड़ता है। बस्ती के कई बच्चे-बच्चियां दो से तीन किलोमीटर दूर पुलिस लाइन व सोहागपुर स्कूल जाते हैं, परंतु सायकिल नहीं मिली। पीएम आवास में आवेदन दिया, यह कहकर अपात्र कर दिया कि किसी के पास पट्टे नहीं है। जबकि शासन के निर्देश हैं कि काबिज सरकारी जमीनों के पट्टे दिए जाने हैं। 

प्रमुखता से उठाएंगे समस्या 
नगरपालिका उपाध्यक्ष कुलदीप निगम व अन्य पार्षदों का कहना है कि आदिवासी बस्ती समस्याओं को परिषद व प्रशासन के समक्ष प्रमुखता से उठाएंगे। उपाध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष इसहाक खान, अजय सोनी, अनिल खरे व पार्षद ओमप्रकाश चौधरी ने वार्ड नंबर 17 का दौरा किया और समस्याओं से अवगत होते हुए कहा कि कलेक्टर के चर्चा कर समस्याओं के निदान का प्रयास करेंगे। 

इनका कहना है 
कल ही जाकर बस्ती का निरीक्षण करूंगी। वहां जो भी समस्याएं होंगी उनका निराकरण प्राथमिकता से कराने का प्रयास किया जाएगा। 
उर्मिला कटारे, नपाध्यक्ष 

 

Created On :   23 April 2018 2:33 PM IST

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