'काहे का विकास, यहां तो नाले का पानी पीकर कट रही है जिंदगी'

people of village are drinking the water of drain
'काहे का विकास, यहां तो नाले का पानी पीकर कट रही है जिंदगी'
'काहे का विकास, यहां तो नाले का पानी पीकर कट रही है जिंदगी'

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । पातालकोट के आदिवासियों की दशा देखने आए राष्ट्रीय आयोग के पदाधिकारी यहां की समस्याएं देखकर दंग रह गए। ग्रामीणों ने खुलकर शिकायत करते हुए आयोग के सामने अधिकारियों को कटघरे में खड़ा कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि काहे का विकास, यहां तो नाले का पानी पीकर जिंदगी कट रही है।
    पातालकोट दशा और आदिवासियों के जमीनी हालात जानने के लिए बुधवार को राष्ट्रीय अनुसुचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय, उपाध्यक्ष अनुसुइया उईके सहित अन्य सदस्य पातालकोट पहुंचे थे। यहां ग्रामीणों से रुबरु होने के दौरान रातेड़ में अध्यक्ष के समक्ष ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं रखी। ग्रामीणों का कहना था कि आज तक पानी की इंतजाम ग्रामीणों के लिए नहीं किए गए हैं। न तो पंचायत भवन और न ही शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं। हालत ये है कि कभी-कभी तो एक-एक महीने ग्रामीणों को अंधेरे में गुजारना पड़ता है। अधिकारी यहां  कभी झांक कर भी नहीं देखते हैं।
15 दिन में एक बार आता है सचिव
ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि योजनाओं के लाभ के लिए हमें अधिकारियों के समक्ष कई मिन्नतें करनी पड़ती है। पंचायत सचिव ही 15 दिन में एक बार यहां आता है। अब ग्रामीणों का काम कैसे होगा। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। शिकायत आने के बाद कलेक्टर जेके जैन ने तुरंत ही पंचायत सचिव को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
ये शिकायतें भी की
- अध्यक्ष के समक्ष शिकायत करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि पेंशन योजना का लाभ हमें नहीं मिल रहा है।
- सरकारी नौकरी में भारियाओं की सीधी भर्ती के नियम लागू होने के बाद भी पढ़े लिखे युवा बेरोजगार घूम रहे हैं।
- करोड़ों खर्च करने का दावा करने वाले अधिकारी अभी तक है स्वरोजगार के साधन उपलब्ध नहीं करा पाएं है।
किसने क्या कहा...
60 दशक बाद भी पिछड़ा आदिवासी समाज
- आजादी मिलने के साठ दशक हो गए हैं लेकिन आज भी आदिवासी समाज का शिक्षा स्तर नहीं सुधरा है। हम आदिवासी समाज के भूमि स्वामी को लाभ दिलाने के एसबीआई के माध्यम से सामान्य की तरह आदिवासियों की जमीन के लिए भी मोटगेज प्लान लाएंगे। ताकि आदिवासियों को अपनी जमीन पर ऋण मिल सकें।
नंदकुमार साय अध्यक्ष, राष्ट्रीय एसटी कमीशन
- राष्ट्रीय कमीशन आयोग आदिवासी समाज के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रहा है। हम हर जिले में केम्प लगाकर सामाजिक लोगों की समस्याएं सुन रहे है और उन्हे हल भी कर रहे हैं। हमारी इस विजिट का उद्देश्य भी पातालकोट के आदिवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना हैं।
अनुसुइया उईके उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय एसटी कमीशन
ये भी हुआ
- तामिया में कमीशन के सदस्यों का जगह-जगह स्वागत किया गया। इस दौरान उन्हे आदिवासियों के परंपरागत सामान भी दिए गए।
- अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने हर्रई ब्लॉक की चिलक, मढ़ी, कामठी, अतरिया, भोईपार, भैंसखोह को भारिया परियोजना से जोडऩे की मांग की।
- भारतीय बोद्ध सभा के महासचिव रमेश लोखंडे ने छिंदवाड़ा अंबेडकर तिराहा में अध्यक्ष का स्वागत करते हुए मेडिल कॉलेज का नाम डॉ. अंबेडकर के नाम पर रखने की मांग की है।
ये पदाधिकारी व अधिकारी थे उपस्थित
तामिया में आयोजित कार्यक्रम में रिटायर्ड आईएएस एवं आयोग के सदस्य एचके डामोर, मायावती इवनाती, केपी बसोर, आयोग के सचिव राघव चंद्र, ट्रायबल सचिव आरके मिश्रा, कलेक्टर जेके जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष कांता ठाकुर, उर्मिला भारती सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित थे।

 

Created On :   26 Oct 2017 7:37 AM GMT

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