कोर्ट से फरार हुए आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Police arrested the accused who absconded from the court
कोर्ट से फरार हुए आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
बैंक मैनेजर बना डकैत कोर्ट से फरार हुए आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिसकर्मियों को झांसा देकर फरार हुए हत्या और लूटपाट के आरोपी पूर्व बैंक मैनेजर को विरार पुलिस ने फिर गिरफ्तार कर लिया है। भागने में मुख्य आरोपी की मदद करने वाला व्यक्ति भी सलाखों के पीछे पहुंच गया है। आरोपी जिस बैंक में पहले काम करता था वहीं लूटपाट की कोशिश के दौरान उसने महिला डिप्टी मैनेजर की चाकू मारकर हत्या कर दी थी साथ ही एक और महिला कर्मचारी को जख्मी कर दिया था। जुलाई 2021 में हुई इस वारदात के बाद ही आरोपी अनिल दूबे को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी मामले में शुक्रवार को उसे वसई कोर्ट में पेश किया गया था जहां से अदालत ने उसकी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी थी। इसी दौरान दुबे में पुलिसकर्मियों से शौचालय जाने का बहाना किया और झांसा देकर भाग निकला। पूर्व निर्धारित योजना के तहत चांद बादशाह अजीज खान नाम का व्यक्ति मोटर साइकिल पर उसका इंतजार कर रहा था। दुबे उस तक पहुंचा और दोनों भाग निकले। खान ने मोटर साइकिल ऐसी जगह खड़ी की थी जहां वह सीसीटीवी की नजर से बच कसे। लेकिन पुलिस ने पूरे इलाके की सीसीटीवी खंगाली तो उसे मोटर साइकिल का नंबर मिल गया और इसके जरिए वह आरोपियों तक पहुंच गई जिसके बाद दुबे के साथ खान को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि खान चोरी की कई वारदातों में शामिल रहा है। दुबे से उसकी मुलाकात जेल में ही हुई थी। वहां दोस्ती के बाद उसने दुबे की भागने में मदद का साजिश रची थी। मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस की अपराध शाखा ने दोनों आरोपियों को नालासोपारा इलाके से गिरफ्तार किया। 

बैंक मैनेजर बना डकैत

अनिल दुबे आईसीआईसी बैंक में काम करता था। 15 महीने काम करने के बाद अच्छी नौकरी मिलने पर उसने बैंक से त्यागपत्र दे दिया था। वह एक्सिस बैंक में मैनेजर के तौर पर नियुक्त हो गया। लेकिन बाद में उस पर अक्सिस बैंक में गड़बड़ी के आरोप लगे और उसे निकाल दिया गया। दुबे पर भारी कर्ज था इसलिए उसने विरार स्टेशन के पास स्थित आईसीआईसीआई बैंक की शाखा में लूटपाट की योजना बनाई जहां वह पहले काम कर चुका था।दुबे 29 जुलाई 2021 की रात 8 बजे के करीब बैंक में दाखिल हुआ। इस समय ज्यादातर स्टाफ जा चुका था और बैंक में डिप्टी मैनेजर योगिता वर्तक और श्वेता देवरुख नाम की महिला कर्मचारी ही थीं। दोनों उसे पहचानती थीं इसलिए वह आसानी से बैंक में दाखिल हो गया। इसके बाद दुबे ने बैंक के लॉकर में रखे 3.38 करोड़ रुपए के गहने लेकर भागने की कोशिश की लेकिन योगिता और श्वेता ने इसका विरोध किया। इसके बाद उसने चाकू से दोनों महिलाओं पर हमला कर दिया। जख्मी होने के बावजूद श्वेता ने अलार्म बजाया और बैंक के बाहर निकल कर शोर मचाया। जिसके बाद आसपास मौजूद लोगों ने दुबे को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। हमले में बुरी तरह जख्मी योगिता की मौत हो गई।

Created On :   28 Nov 2022 10:02 PM IST

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