महिलाओं के लिए पैनिक बटन से लैस चैन, बटन दबाते ही पहुंचेगी पुलिस

Police will reach on press the panic button installed in Chain
महिलाओं के लिए पैनिक बटन से लैस चैन, बटन दबाते ही पहुंचेगी पुलिस
महिलाओं के लिए पैनिक बटन से लैस चैन, बटन दबाते ही पहुंचेगी पुलिस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में कामकाजी समेत अन्य महिलाएं अब पैनिक बटन से लैस चैन के जरिए छेड़छाड़ और अत्याचार से जुड़ी जानकारी पुलिस को तत्काल दे सकेंगी। राज्य सरकार की तरफ से अगले एक महीने में यह व्यवस्था शुरू की जाएगी। विधान परिषद में प्रदेश के गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकर ने यह जानकारी दी। केसरकर ने कहा कि पैनिक बटन से लैस चैन को खरीदने के लिए आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को सरकार सब्सिडी देगी।

बुधवार को विधान परिषद में शिवसेना सदस्य नीलम गोर्हे ने सांगली के वालवा तहसील के कुरलप स्थित आश्रमशाला की छात्राओं के यौन शोषण का मुद्दा उठाया था। इसके जवाब में केसरकर ने कहा कि आईटी कंपनियों ने पैनिक बटन लगी हुई एक चैन बनाया है। इस चैन को महिलाएं अपने गले में पहन सकेंगी। इसके बाद महिलाओं के साथ यदि कोई घटना होती है तो उन्हें चैन में लगी पैनिक बटन को दबाना होगा। पैनिक बटन दबाते ही कंट्रोल रूम के स्क्रीन पर लोकेशन की जानकारी मिल जाएगी। इसके बाद अफसर संबंधित पुलिस स्टेशन से संपर्क करके घटना स्थल पर पुलिसकर्मियों को भेज देंगे।

केसरकर ने कहा कि पैनिक बटन तकनीक का खर्च आईटी कंपिनयों ने लगभग 3 हजार रुपए बताया था। लेकिन हमारे आग्रह के बाद वे लोग 1 हजार रुपए में देने के लिए तैयार हो गए हैं। केसरकर ने कहा कि महिला अत्याचार के संबंध में हर जिले में एक कक्ष स्थापित किया गया है। इस कक्ष के अधिकारियों को आश्रमशालाओं में औचक निरीक्षण के लिए भेजा जाएगा। इस दौरान एक सवाल के जवाब में प्रदेश के विमुक्त जाति, घूमंतू जनजाति व ओबीसी विभाग के मंत्री राम शिंदे ने कहा कि राज्य के आश्रमशालाओं में अधीक्षक पद पर महिलाओं की नियुक्ति की जाएगी।

Created On :   28 Nov 2018 4:18 PM GMT

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