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अर्णब की गिरफ्तारी पर सियासत में उबाल : विपक्ष और सरकार आमने-सामने, मुंबई में भाजपा का प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। वरिष्ठ पत्रकार अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी को जहां भाजपा लोकतंत्र की हत्या बता रही है वहीं शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के नेताओं ने इसका समर्थन करते हुए इसे पीड़ित परिवार से साथ न्याय बताया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस मामले पर कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है। राज्य सरकार ने रिपब्लिक टीवी और अर्णब के खिलाफ अपनी ताकत का बेजा इस्तेमाल करते हुए व्यक्तिगत आजादी और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला किया है। यह इमरजेंसी की याद दिलाता है और आजाद पत्रकारिता पर हमले का हम विरोध करेंगे।
अर्णब और परिवार वालोें पर एक और केस
गिरफ्तार करने पहुंची महिला पुसिलकर्मी से बदसलूकी के आरोप में मुंबई पुलिस ने अर्णब गोस्वामी, उनकी पत्नी, बेटे समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एनएम जोशी मार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के मुताबिक गिरफ्तारी के लिए पहुंची पुलिस के काम में अर्णब और दूसरे आरोपियों ने बाधा डाली और महिला पुलिसकर्मी से बदसलूकी की।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया। मुंबई भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष तेजेंदर सिंह तिवाना की अगुआई में मंत्रालय के पास सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं आंदोलन किया। तिवाना ने कहा कि मुंबई पुलिस ने जिस तरह से रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को उनके घर से हिरासत में लिया, हाथापाई व मारपीट की यह खुलेआम लोकतंत्र की हत्या है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव विनोद तावडे ने कहा कि सरकार के खिलाफ आवाज उठाने पर उसे अब इस तरह दबाया जाएगा। विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रविण दरेकर ने नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने अलिबाग में कोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया।
रिपब्लिक टीवी के एडीटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी को आत्महत्या के दो साल पुराने में मामले में बुधवार को रायगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अर्णब के साथ मामले के दो और आरोपियों फिरोज शेख और नितेश सारडा को भी गिरफ्तार किया गया है। गोस्वामी को वरली इलाके में स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया जबकि शेख को कांदिवली और सारडा को जोगेश्वरी इलाके से गिरफ्तार किया गया। साल 2018 के मई महीने में अलीबाग में अन्वय नाईक ने अपनी मां के साथ आत्महत्या कर ली थी। अपने सुसाइड नोेट में नाईक ने इसके लिए इन तीनों को जिम्मेदार ठहराया था। आरोप है इंटीरियर डेकोरेशन का काम कराने के बाद अन्वय को 5 करोड़ से ज्यादा का बकाया नहीं दिया गया। अर्णब को बांबे डाइंग स्टूडियों के काम के लिए 83 लाख रुपए चुकाने थे। बुधवार सुबह रायगढ़ पुलिस की टीम मुंबई पुलिस के साथ अर्णब के घर सुबह पांच बजे के करीब पहुंची। घर के बाहर और अंदर चले करीब डेढ़ घंटे के ड्रामे के बाद पुलिस अर्णब को अपने साथ ले गई। अर्णब और उनके वकील ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके और परिवार से दूसरे सदस्यों के साथ बदसलूकी और मारपीट की।
सोशल मीडिया पर संग्राम
अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी की असर सोशल मीडिया पर भी दिखा। यहां अर्णब गोस्वामी के समर्थक इसे महाराष्ट्र सरकार की बदले की कार्रवाई बनाकर पेश कर रहे थे वहीं उनके विरोधी इस कार्रवाई के लिए पुलिस की तारीफ कर रहे थे। ट्विटर पर "अर्णब गोस्वामी’,"लोकतंत्र के लिए काला दिन’ और "वेल डन मुंबई पुलिस’ जैसे हैश टैग ट्रेंड हो रहे थे। कुछ लोगों ने इस मुद्दे को प्रांतवाद से भी जोड़ने की कोशिश की और इसे मराठी माणुस के साथ न्याय बताया, तो कुछ ने इसे असम के साथ अन्याय बताया। बता दें कि अर्णब मूल रूप से असम के गुवाहाटी के रहने वाले हैं।
भाजपा वालों का सात खून माफ है क्याः मलिक
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता व राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय मंत्री आत्महत्या मामले में आरोपी अर्णब के समर्थन में आगे आ रहे हैं। क्या देश में भाजपा समर्थकों का सात खून माफ है। क्या यह देश को स्वीकार करना चाहिए कि आत्महत्या के मामले में आरोपी का समर्थन केंद्रीय मंत्री ट्वीट कर करें।
इसे पत्रकारिता से जोड़ना ठीक नही
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने अर्णब की गिरफ्तारी को सही ठहराते हुए कहा कि इस मामले को पत्रकारिता से जोड़ना ठीक नहीं है। मामले में फडणवीस सरकार ने कार्रवाई न कर नाईक परिवार के साथ अन्याय किया था। परिवार पर दबाव बनाया गया। उन्हें धमकाया गया। यह कार्रवाई अन्वय को श्रद्धांजलि और उनके परिवार के लिए न्याय जैसी है।
महाराष्ट्र में कानून का राज
शिवसेना सांसद और पार्टी प्रवक्ता संजय राऊत ने अर्णब की गिरफ्तारी पर कहा कि महाराष्ट्र में कानून का राज है। वहां बदले की भावना से कार्रवाई नहीं होती। जो कानून का उल्लंघन करेगा पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
कांग्रेस के इशारे पर नाच रही सरकार - फडणवीस
विधानसभा में विपक्ष ने नेता देवेद्र फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की साजिश का भंडाफोड करने की सजा अर्णब को मिल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इशारे में नाचने वाली महाराष्ट्र की कमजोर सरकार महाराष्ट्र को आपातकाल की तरफ ले जा रही है।
Created On :   4 Nov 2020 8:53 PM IST