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शिवेसना-भाजपा के बीच गठबंधन कराने में भूमिका निभा सकते हैं प्रशांत किशोर, महागठबंधन को झटका देने के मूड में सपा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन को लेकर चल रहे खींचतान के बीच जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। मंगलवार को प्रशांत ने मातोश्री में जाकर उद्धव के साथ बैठक की। इस मौके पर युवा सेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे और शिवसेना के सांसद मौजूद थे। प्रशांत लोकसभा चुनाव में पार्टी की मदद कर सकते हैं। साथ ही भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन में अहम भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि पार्टी के सांसद संजय राऊत ने कहा कि प्रशांत को शिवसेना और भाजपा के बीच मध्यस्ती की जरूरत नहीं है। यह कोई व्यापार नहीं है। उद्धव हर मुद्दे का सामना करने के लिए काफी हैं। राऊत ने कहा कि प्रशांत एनडीए के घटक दल के नेता हैं। इस नाते वे मातोश्री में उद्धव से शिष्टाचार मुलाकात के लिए आए थे। राऊत ने कहा कि दोनों की मुलाकात को राजनीति से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। राऊत ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए उद्धव सभी समीकरण जोड़ रहे हैं। राऊत ने दावा किया कि गठबंधन के बारे में शिवसेना कुछ नहीं बोलेगी। पार्टी गठबंधन की चर्चा में शामिल नहीं है। सूत्रों के अनुसार शिवसेना सांसदों के आग्रह के बाद ही उद्धव उनसे मिलने के लिए तैयार हुए। शिवसेना के सांसद चाहते हैं कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में बेहतर परिमाण के लिए प्रशांत की मदद ले । लेकिन पार्टी का एक खेमा प्रशांत की विश्वसनीयता को लेकर संशय व्यक्त कर रहा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि प्रशांत भाजपा, आरजेडी और जनता दल यूनाइटेड के अलावा कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं। ऐसे में शिवसेना में उनकी भूमिका को लेकर कैसे विश्वास किया जा सकता है। इससे पहले उद्धव ने उद्धव राम मंदिर के मुद्दे पर जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पंढरपुर की सभा में हमला बोला था। अब उद्धव ने नीतीश की पार्टी के नेता से मुलाकात की है।
प्रशांत और उद्धव की मुलाकात भाजपा के लिए मददगार - मुनगंटीवार
भाजपा नेता व प्रदेश के वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच हुई मुलाकात गठबंधन के लिए मददगार साबित होगी। मुनगंटीवार ने कहा कि प्रशांत जब शिवसेना की मदद करेंगे तो वह अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा का ही सहयोग करेंगे। मंगलवार को वित्त मंत्री मुनगंटीवार और राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने भाजपा के डिजिटल रथ को रवाना किया। पार्टी के 42 डिजिटल रथ सभी 48 लोकसभा क्षेत्रों में जाएगा। इसके जरिए पार्टी लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र बनाने के लिए लोगों का सुझाव लेगी। पत्रकारों से बातचीत में मुनगंटीवार ने यदि शिवसेना प्रशांत की मदद लेने जा रही है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। शिवसेना हमारी सहयोगी पार्टी है। भाजपा और शिवसेना दोनों दल सत्ता में है। मुनगंटीवार ने कहा कि हमें विश्वास है कि भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन होगा। दोनों दलों के बीच गठबंधन की उम्मीद बहुत ज्यादा है। गठबंधन की घोषणा उचित समय पर होगी।
उधर महागठबंधन को आकार देने में जुटी कांग्रेस को समाजवादी पार्टी अन्य छोटे दलों के साथ मिलकर झटका देने की तैयारी में है। मंगलवार को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अबू आसिम आजमी की अगुवाई में छोटे दलों के नेताओं की बैठक हुई। इसमें गैर भाजपा और गैर कांग्रेस गठबंधन बनाने का फैसला किया गया। सभी दलों ने मिलकर महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों और विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। साथ ही राज्य के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। गैर भाजपा और गैर कांग्रेस गठबंधन की तरफ से विदर्भ, मराठवाड़ा, मुंबई, पश्चिम महाराष्ट्र, कोंकण में सम्मेलन आयोजित होगा। गठबंधन ने 3 मार्च को नागपुर के कस्तुरबा मैदान में दोपहर 12 बजे सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। गठबंधन के समन्वयक हाजी इम्तियाज पिरजादे ने कहा कि बैठक में भाजपा-शिवसेना और कांग्रेस- राष्ट्रवादी कांग्रेस के खिलाफ समान विचारधारा वाले दलों के नेता शामिल हुए। सभी दलों ने मिलकर केंद्र और राज्य में भाजपा को हराने का संकल्प लिया है। इस बैठक में बहुजन रिपब्लिकन सोशालिस्ट पार्टी के अध्यक्ष डॉ. सुरेश माने, संभाजी ब्रिगेड के कोषाध्यक्ष संतोष गाजरे, क्षत्रपति शिवाजी महाराज मुस्लिम ब्रिगेड के अध्यक्ष डॉ. मनान शेख, तहरिक इन्कलाब पार्टी के एड. मोहम्मद अली शेख, मुस्लिम सेवा संघ के फिरोज मासुमदार, टिपू सुलतान के वंशज शहजादे सय्यद मन्सूर अली शहा टिपू समेत कई दलों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
Created On :   5 Feb 2019 3:45 PM GMT