नागपुर से पैदल गर्भवती महिला पहुँची जबलपुर, प्रशासन ने मुहैया कराया इलाज

Pregnant woman reached Nagpur from Nagpur on foot, administration provided treatment
नागपुर से पैदल गर्भवती महिला पहुँची जबलपुर, प्रशासन ने मुहैया कराया इलाज
नागपुर से पैदल गर्भवती महिला पहुँची जबलपुर, प्रशासन ने मुहैया कराया इलाज

डिजिटल डेस्क जबलपुर । लॉकडाउन में मजदूरी करने वाले सबसे ज्यादा परेशान हैं। काम बंद होने और रोजी रोटी का संकट आने पर वे पैदल ही अपने घर के लिए िनकल पड़ते हैं। एक गर्भवती महिला अपने पति और दो बेटियों से साथ नागपुर से पैदल चल पड़ी। दो दिन पहले बायपास पर असहनीय पीड़ा होने पर किसी ने प्रशासन को सूचना दी। एक बार फिर तहसीलदार प्रदीप मिश्रा ने इस परिवार का दर्द समझा और महिला को मेडिकल अस्पताल पहुँचाया, जहाँ उसने बेटे को जन्म दिया। महिला की गोद भराई कराई गई और उसके बाद परिवार को वाहन से ग्वालियर उनके शहर रवाना किया गया। ग्वालियर निवासी राजेन्द्र बघेल नागपुर में  बेलदारी का काम करते थे। काम बंद होने के बाद  वे अपनी गर्भवती पत्नी और 2 बेटियाँ 6 वर्षीय कामनी और 3 वर्षीय कृष्णा को लेकर नागपुर से अपने घर के लिए पैदल ही निकल पड़े।  अंधमूक बायपास पर अचानक उनकी गर्भवती पत्नी को दर्द  होने लगा। इसकी सूचना किसी ने कलेक्टर भरत यादव को दी। कलेक्टर ने गोरखपुर तहसीलदार प्रदीप मिश्रा को आदेश दिया वे पहुँचकर पीडि़त परिवार की मदद करें।  तहसीलदार महिला और परिवार को अपनी गाड़ी से लेकर मेडिकल अस्पताल पहुँचे और इलाज शुरू कराया, जहाँ महिला नीतू ने लड़के को जन्म दिया। महिला की स्थिति ठीक होने पर शुक्रवार को अस्पताल से छुट््टी मिल गई। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंजू एवं सुधा और मुकेश राय को बुलाकर गोद भराई की रश्म कराते हुए महिला को गुड़ के लड््डू और नकद राशि देकर वाहन से परिवार सहित ग्वालियर भेजा गया। पूरे परिवार ने जबलपुर के प्रशासन को दुआएँ दीं।
 

Created On :   25 April 2020 9:11 AM GMT

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