विधानमंडल मानसून अधिवेशन की तैयारी, 15 की बजाय 50 कर्मचारियों की ड्यूटी

Preparation of Monsoon Legislature session, duty of 50 employees instead 15
विधानमंडल मानसून अधिवेशन की तैयारी, 15 की बजाय 50 कर्मचारियों की ड्यूटी
विधानमंडल मानसून अधिवेशन की तैयारी, 15 की बजाय 50 कर्मचारियों की ड्यूटी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच महाराष्ट्र विधानमंडल ने अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने का फैसला किया है। 3 अगस्त से शुरू होने वाले मानसून अधिवेशन के मद्देनजर विधानमंडल के अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति 13 जुलाई से 50 प्रतिशत की गई है। विधानमंडल सचिवालय ने कर्मचारियों की उपस्थिति के संबंध में आदेश जारी किया है। जिसमें संबंधित विभाग के सचिवों और कक्ष अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। कोरोना के चलते विधानमंडल के एक क्लर्क टाइपिस्ट की मौत हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार अभी तक विधानमंडल के 16 से 17 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं। जिसमें से 8 से 9 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसमें से अधिकांश संक्रमित ठीक हुए हैं पर कोरोना के प्रसार के कारण विधानमंडल के अधिकारियों और कर्मचारियों में डर का मौहाल नजर आ रहा है। विधानमंडल सचिवालय के आदेश के अनुसार अधिकारियों और कर्मचारियों की 13 जुलाई से 30 जुलाई तक 50 प्रतिशत उपस्थिति रहेगी। जबकि 31 जुलाई को सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को उपस्थित रहना पड़ेगा। जिन कर्मचारियों की छुट्टी पहले से मंजूर है उसके अलावा बाकी के कर्मचारियों को रोस्टर के आधार पर कार्यालय में आना होगा।

विधानमंडल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी और अग्निशमन कार्यालय के कर्मचारियों की भी 50 प्रतिशत उपस्थिति होगी। राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के शासनादेश के अनुसार विधानमंडल के दिव्यांग कर्मचारियों को कार्यालय में आने से छूट दी गई है पर उन्हें घर से सरकारी कामकाज का निपटारा करने के लिए अपना ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर देना पड़ेगा। विधानमंडल कार्यालय में उपस्थित रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

 

Created On :   10 July 2020 8:49 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story