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पोते को गोद में लेकर डेढ़ घंटा भटकती रहीं जनपद अध्यक्ष, एडीएम के पहुंचने के बाद मिल सका इलाज
डिजिटल डेस्क ,शहडोल । जिला चिकित्सालय में अव्यवस्था हावी है। सामान्य मरीज तो दूर जनप्रतिनिधियोंं को भी इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। मंगलवार को नाती का इलाज कराने पहुंची सोहागपुर जनपद अध्यक्ष करीब डेढ़ घंटे तक यहां से वहां भटकती रहीं, लेकिन न तो कोई डॉक्टर मिला न अन्य स्टाफ। जानकारी मिलने पर अपर कलेक्टर स्वयं जिला चिकित्सलय पहुंचे तब बालक का इलाज शुरू हुआ।
जानकारी के अनुसार सोहागपुर जनपद अध्यक्ष मीरा कोल अपने ८ साल के नाती रोहित को लेकर मंगलवार सुबह करीब ९ बजे जिला चिकित्सालय पहुंची थीं। उसके सिर में चोट लगी थी और काफी खून बह रहा था। सुबह ९ बजे अस्पताल में कोई चिकित्सक नहीं था। सुरक्षा गार्ड भी मौके पर मौजूद नहीं थे। जनपद अध्यक्ष अपने नाती को गोद में लेकर करीब डेढ़ घंटे तक यहां से वहां भटकती रहीं। परेशान होकर वह हॉस्पिटल के गेट के पास रोने लगी। इसी बीच कलेक्ट्रेट में कार्यरत कर्मचारी ने उनसे बात की और इसकी सूचना अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा को दी।
पड़ोसी ने सिर पर मारा था डंडा
एडीएम अर्पित वर्मा सुबह करीब साढ़े १० बजे जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले जनपद अध्यक्ष से बात की और उनके नाती का इलाज शुरू करवाया। अपर कलेक्टर को जनपद अध्यक्ष मीरा कोल ने बताया कि पुरानी रंजिश के चलते पड़ोसी रामदास कोल ने सिर में लाठी मार दी थी, जिससे उसके सिर में काफी चोट आई। उन्होंने बताया कि वह अपने नाती को लेकर सुबह करीब ९ बजे यहां पहुंची थी। यहां कोई चिकित्सक नहीं मिला। वह परिवार के साथ गेट पर ही बैठी हुई थीं। एडीएम के पहुंचने के बाद चिकित्सक ने बच्चे का इलाज शुरू किया।
एडीएम ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
एडीएम ने हॉस्पिटल का निरीक्षण किया और हॉस्पिटल के स्टाफ को तलब किया। उन्होंने स्टाफ नर्स से भी बात की। साथ ही कोविड नोडल अधिकारी डॉ पुनीत श्रीवास्तव एवं जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अंशुमन सोनारे को भी बुलाया। सिविल सर्जन के चैंबर में बैठकर उन्होंने व्यवस्थाओं को लेकर बात की। इस दौरान वार्ड ब्वाय और गार्ड को हटाने के निर्देश दिए हैं। वार्ड ब्वाय ने चिकित्सक को किसी तरह की सूचना नहीं दी और जनपद अध्यक्ष को यहां-वहां भेजता रहा। इसी तरह ड्यूटी होने के बाद भी गार्ड मौके पर मौजूद नहीं था। उन्होंने चिकित्सकों एवं मेडिकल स्टॉफ को निर्देशित किया कि मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं उदासीनता बर्दाश्त नही की जाएगी। चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय उपचार एवं सुविधाएं प्रदान की जाए एवं मरीजों से मधुर व्यवहार किया जाए।
इनका कहना है
जनपद अध्यक्ष के पोते को समय पर इलाज नहीं मिलने की शिकायत सही है। करीब डेढ़ घंटा तक वे भटकती रहीं। जिला चिकित्सालय में कुछ गड़बडिय़ां हैं, इन्हें जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाएगा। हॉस्पिटल स्टाफ को समय पर हॉस्पिटल आने के लिए निर्देशित किया गया है। ड्यूटी चिकित्सकों के नाम डिस्प्ले करने के लिए भी कहा गया है, ताकि मरीजों को दिक्कत न हो। अन्य व्यवस्थाओं में भी सुधार करवाया जा रहा है।
अर्पित वर्मा, अपर कलेक्टर
Created On :   9 Feb 2022 4:17 PM IST