छेड़छाड़ प्रकरण में प्रोफेसर निलंबित, पीड़िता को देना होगा 25 हजार मुआवजा

Professor suspended in molestation case victim will have to pay 25 thousand compensation
छेड़छाड़ प्रकरण में प्रोफेसर निलंबित, पीड़िता को देना होगा 25 हजार मुआवजा
छेड़छाड़ प्रकरण में प्रोफेसर निलंबित, पीड़िता को देना होगा 25 हजार मुआवजा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नंदनवन स्थित वुमन्स कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. दिलीप वैरागड़े को एक 18 वर्षीय छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में सेवा से निलंबित कर दिया गया है। डॉ. वैरागड़े की सेवानिवृत्ति को एक माह से कम समय रहते यह कार्रवाई की गई है। छात्रा की शिकायत के बाद कॉलेज की "विशाखा समिति" ने मामले की जांच की। दोनों पक्षों को सुनने के बाद विशाखा समिति ने डॉ. वैरागड़े को दोषी करार दिया है। उन्हें तत्काल कॉलेज से निष्कासित किया गया है। साथ ही पीड़िता को 25 हजार रुपए मुआवजा देने का भी फैसला लिया है। मुआवजे की यह रकम प्रोफेसर के वेतन से काटी जाएगी। कॉलेज प्रबंधन ने इस मामले में नागपुर विश्वविद्यालय को रिपोर्ट सौंप दी है। 

गौरतलब है कि, डॉ. दिलीप वैरागड़े बीते 25 वर्षों से भी अधिक समय से शिक्षा क्षेत्र में हैं। वे कॉमर्स शाखा के डीन, मैनेजमेंट काउंसिल सदस्य और अन्य प्राधिकरण के सदस्य के रूप मंे काम कर चुके हैं। उनके खिलाफ पूर्व मंे भी ऐसी अनेक शिकायतें मिलने की जानकारी है। इस मामले में पीड़िता कॉलेज की ही एक छात्रा है। विशाखा समिति की रिपोर्ट के अनुसार प्रोफेसर ने पीड़िता को कॉलेज के बाद मिलने बुलाया। उससे छेड़छाड़ की और फिर कुछ रुपए देकर उसे शांत रखने की कोशिश की, लेकिन छात्रा ने शिकायत कर दी। इस शिकायत के बाद प्रोफेसर पर यह कार्रवाई हुई है। 

एटीएम से निकला ~100 का नकली नोट
देवलापार में बैंक आफ इंडिया के एटीएम से सौ रुपए का नकली नोट निकलने की जानकारी मिली है। सोमवार को सुबह 11 बजे के करीब सावरा निवासी महेश आंबाडारे ने एटीएम से 4 हजार रुपए निकाले। उसमें एक सौ रुपए का नोट नकली निकला। उन्होंने इसकी शिकायत बैंक मैनेजर डी.पी. देव से की। शिकायत सुनने के बाद देव ने याचिकाकर्ता पर ही नोट कहीं बाहर से लेकर आने का आरोप लगा दिया। इस पर महेश ने सीसीटीवी फुटेज देखकर फैसला करने की बात कही। एटीएम में मौजूद लोगों से गवाही लेने की बात कही। सभी दलीलें सुनने के बाद भी देव महेश की बात मानने से इंकार करते रहे। इस बीच बैंक कैशियर देव को समझाने पहुंचे और कुछ देर की बातचीत के बाद देव ने महेश सहजता से नोट बदल कर दे दिया, ताकि इस गलती का ग्राहकों पर प्रभाव न हो। इस बारे में देव से चर्चा करने पर उन्होंने किसी भी प्रकार की जानकारी देने से मना कर दिया।

Created On :   18 Feb 2020 8:47 AM GMT

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