अभी पूरा नहीं हुआ है वचन, शिवसैनिक को बनाना है सीएम - उद्धव ठाकरे

Promise not yet fulfilled, Shiv Sainik has to make CM - Uddhav
अभी पूरा नहीं हुआ है वचन, शिवसैनिक को बनाना है सीएम - उद्धव ठाकरे
अभी पूरा नहीं हुआ है वचन, शिवसैनिक को बनाना है सीएम - उद्धव ठाकरे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना पक्ष प्रमुख व राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अभी शिवसेना प्रमुख बाला साहेब को दिया वचन पूरा नहीं हुआ है। मैंने उन्हें वचन दिया था कि एक शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाऊंगा। अभी तो उस वचनपूर्ति की दिशा में उठाया गया यह पहला कदम है। उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख ने जीवनभर कोई पद नहीं लिया और मेरी भी ऐसी ही इच्छा थी। पार्टी के मुखपत्र सामना में प्रकाशित मुख्यमंत्री के इंटरव्यू की दूसरी किश्त में उन्होंने यह बाते कही हैं। 

मैंने चांद-तारे तो नहीं मांगे थे

विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा से गठबंधन तोड़ कर कांग्रेस-राकांपा के साथ जाने के मसले पर उद्धव ने नाम लिए बगैर इसके लिए भाजपा को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि मैंने चांद-तारे तो नहीं मांगे थे। जैसा तय हुआ था, वैसा हुआ होता तो आज मैं मुख्यमंत्री के तौर पर सामने नहीं होता। लोकसभा चुनाव के वक्त भाजपा से गठबंधन के सवाल पर उद्धव ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह खुद मातोश्री आए तो मैंने सोचा हमारी वर्षों से युति रही है। इस लिए पहले जो हुआ उसे भूल कर नई शुरुआत करने की सोची थी। मैं अमित भाई के नामांकन के लिए अहमदाबाद और नरेंद्र मोदी जी के नामांकन के लिए वाराणसी गया। मेरे मन में कोई कटुता नहीं थी। विधानसभा चुनाव के वक्त हिंदुत्व के लिए युति बरकरार रखी। इस रिश्ते को बचाए रखने के लिए मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की।

हम हिंदुत्व पर कायम हैं और रहेंगे

हिंदुत्व के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हिंदुत्व पर कायम हैं, उसमें कोई जोड़-तोड़ नहीं है। उन्होंने कहा कि मैनें धर्मांतरण नहीं किया है। यह संविधान में लिखा है क्या कि वे (भाजपा) जो कहेंगे वहीं हिंदुत्व है। आप जो बोलो वहीं सही है, ऐसा नहीं है। अलग विचारधारा वाले दल कांग्रेस-राकांपा के साथ सरकार बनाने के सवाल पर उद्धव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार में भी तो अलग-अलग विचारधारा वाले दल हैं। नितिश कुमार और भाजपा की विचारधारा एक है क्या? भाजपा द्वारा ठाकरे सरकार को अनैतिक कहने पर उद्धव ने कहा कि नैतिकता की बात कौन किसे सिखाएगा। मोदी पर टिप्पणी करने वाले भी बाद में उन्हें प्रिय लगते हैं और जाकर उनके लिए प्रचार करते हैं। रामविलास पासवान और नितिश कुमार ने उनके बारे में क्या-क्या कहा था। 

इस लिए संभाली सीएम की कुर्सी

ठाकरे परिवार की परंपरा के इतर मुख्यमंत्री पद संभालने के सवाल पर उद्धव ने कहा कि जब बाला साहेब ने कहा था कि मैं कभी चुनाव नहीं लडूंगा तब भी आलोचना हुई थी। कुछ कहते थे आप बाहर क्यों हो खुद करके दिखाओ, इस लिए मैं अब खुद करके दिखा रहा हूं। विधानमंडल सदस्यता के लिए चुनाव लड़ने के सवाल पर उद्धव ने कहा कि अगले दो-चार महिने में निर्णय लेना होगा। उन्होंने संकेत दिए कि वे विधानपरिषद के रास्ते विधानमंडल के सदस्य बनेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि संयुक्त महाराष्ट्र अभी अधूरा है। बेलगांव को लेकर कड़े कदम उठाने होंगे। कर्नाटक सरकार सीमा भाग के मराठियों पर भाषाई अत्याचार कर रही है। मामला अदालत में है इस लिए केंद्र को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।  
 

Created On :   3 Feb 2020 5:53 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story