क्वारेंटाइन सेंटर के हाल-. खुद को लगानी पड़ रही झाडू, नहाने को गर्म पानी नहीं

क्वारेंटाइन सेंटर के हाल-. खुद को लगानी पड़ रही झाडू, नहाने को गर्म पानी नहीं
क्वारेंटाइन सेंटर के हाल-. खुद को लगानी पड़ रही झाडू, नहाने को गर्म पानी नहीं

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। भोजन के लिए प्लेट लेकर जाना पड़ रहा है। महिला कर्मचारी झाडू बाहर से फेंककर चली जाती है, खुद झाडू लगानी पड़ रही है। नहाने के लिए गर्म पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। यह व्यथा जिला मुख्यालय में संचालित हो रहे कन्या शिक्षा परिसर क्वारेंटाइन सेंटर में दिन गुजार रहे लोगों की है। जबकि प्रशासन कन्या शिक्षा परिसर क्वारेंटाइन सेंटर को जिले का सबसे अच्छा सेंटर होने का दावा कर रहा है। यही हाल सिंगोड़ी क्वारेंटाइन सेंटर के भी हैं। यहां भोजन की गुणवत्ता व व्यवस्था को लेकर पहले ही कई दफा शिकायतें सामने आ चुकी हैं। साफ-सफाई व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर रहे हंै।
कन्या शिक्षा परिसर क्वारेंटाइन सेंटर में दो दिन गुजारने वाले पांढुर्ना बीएमओ डॉ अशोक भगत को भी व्यवस्थाओं में कमी का सामना करना पड़ा। डॉ भगत के मुताबिक वे हार्ट पेसेंट हैं। हमेशा गर्म पानी से नहाते हैं। गर्म पानी उपलब्ध न होने की वजह से उन्होंने सेंटर में दो दिन नहाया ही नहीं। सफाई व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं है। श्री भगत के मुताबिक सेंटर में एक महिला कर्मचारी बाहर से यह कहते हुए झाडू फेंक गई कि आप लगा लेना। सेंटर में क्वारेंटाइन लोगों के मुताबिक भोजन के लिए भी कतार में खड़ा होना पड़ रहा है।
टाइम काटने के कोई साधन नहीं
कोरोना संक्रमितों की कान्टेक्ट सूची में आने वालों को 14 दिन तक क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। इस दौरान उन्हें चाय, नाश्ता और भोजन तो परोसा जा रहा है लेकिन टाइम काटने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। लोगों का मानना है कि सेंटर में न्यूज पेपर, टेलीविजन, गेम्स व मनोरंजन के अन्य साधन भी जुटाए जाने चाहिए। जिससे डरे सहमे सेंटर में रह रहे व्यक्ति का ध्यान दूसरी ओर बंट सके।
व्यवस्था को बयां करती ये तस्वीर...
सिंगोड़ी अस्पताल को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां चाय, नाश्ता और भोजन की सप्लाई के अलावा कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं पहुंच रहा है। साफ-सफाई व्यवस्था नहीं है। अस्पताल के भीतर ही भोजन के पैकेट, पानी की बोतलों का ढेर लगा हुआ है। इसके अलावा सेंटर परिसर में जहां तहां गंदगी पसरी हुई है। लेट बॉथ की हालत का अंदाजा भी लगाया जा सकता है।
इनका कहना है...
कन्या शिक्षा परिसर जिले का सबसे अच्छा क्वारेंटाइन सेंटर है। तमाम व्यवस्थाएं ठीक है। पेयजल के लिए आरओ लगा हुआ है। फिर भी शिकायतें व समस्याएं सामने आ रही हैं तो निरीक्षण कर निराकरण करेंगे।
- अतुल सिंह, एसडीएम, छिंदवाड़ा
 

Created On :   10 Aug 2020 10:17 AM GMT

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