‘हेयर क्रैक’ पर रेलवे संजीदा, बढ़ाई पेट्रोलिंग, चटखती हैं पटरियां

Railway sensitive on Hair Crack, increasing patrolling on tracks
 ‘हेयर क्रैक’ पर रेलवे संजीदा, बढ़ाई पेट्रोलिंग, चटखती हैं पटरियां
 ‘हेयर क्रैक’ पर रेलवे संजीदा, बढ़ाई पेट्रोलिंग, चटखती हैं पटरियां

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ठंड की शुरुआत होते ही रेलवे पटरियों पर ‘हेयर क्रैक’ का खतरा बन जाता है। इससे पटरियां चटख जाती हैं और गाड़ी बेपटरी होने का खतरा बनता है। ऐसे में रेलवे ने सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है। पहाड़ी इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी तरह का हेयर क्रैक दिखने पर तुरंत इसकी सुध ली जा सके। ज्वाइंट की ऑयलिंग, रूट होल की जांच के साथ पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। मध्य रेलवे नागपुर मंडल अंतर्गत 2, 230 किमी रेलवे मार्ग आता है। इस पर रोजाना विभिन्न क्षेत्र की ओर सौ से अधिक यात्री गाड़ियां व ढाई सौ के करीब मालगाड़ियां दौड़ती हैं। रोजाना इस रूट पर 40 हजार से अधिक यात्रियों का आवागमन निर्भर है। 

ऐसे चटखती हैं पटरियां
जानकारों के अनुसार, ज्यादा ठंड पड़ने से दो ज्वाइंट के बीच का रूट सिकुड़ने लगाता है। ऐसे में ऐहतियात नहीं बरतने पर स्क्रू लगे जगहों से पटरियों में हेयर क्रैक हो सकती है। 

क्या होता है हेयर क्रैक
किसी भी धातु पर तापमान का असर होता है। रेलवे रूट पोलाद के होते हैं, ऐसे में दोनों ज्वाइंट के बीच की पटरी सिकुड़ती है। जिससे बाल सदृश  क्रैक हो जाता है।
 

Created On :   11 Nov 2018 11:16 AM GMT

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