बिना मास्क पहने मंत्रालय आए राज ठाकरे, बोले- महाराष्ट्र ने बहुत कुछ दिया अब संकट के समय छोड़ जा रहे परप्रांतीय मजदूर

Raj Thackeray came to ministry without wearing a mask, said - workers leaving in times of crisis
बिना मास्क पहने मंत्रालय आए राज ठाकरे, बोले- महाराष्ट्र ने बहुत कुछ दिया अब संकट के समय छोड़ जा रहे परप्रांतीय मजदूर
बिना मास्क पहने मंत्रालय आए राज ठाकरे, बोले- महाराष्ट्र ने बहुत कुछ दिया अब संकट के समय छोड़ जा रहे परप्रांतीय मजदूर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना के कहर के बीच परप्रांतीय मजदूरों का अपने गृह राज्य में जाना मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे का पंसद नहीं आया है। राज ने कहा कि महाराष्ट्र ने परप्रांतीय मजदूरों को रोजगार दिया अब अड़चन के समय परप्रांतीय मजदूर इसी राज्य को छोड़कर अपने गांव में जा रहे हैं। गुरुवार को राज ने मंत्रालय में कोरोना संकट पर हुई सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया। मीडिया को जारी अपने बयान में राज ने कहा कि परप्रांतीय मजदूरों को अपने घर की याद आ रही है इसलिए वह अपने राज्य में जा रहे हैं लेकिन ये लोग रोजगार के लिए वापस महाराष्ट्र में आएंगे। इसलिए परप्रांतीय मजदूरों की वापसी के समय उनकी जांच किए बिना उन्हें महाराष्ट्र में प्रवेश न दिया जाए। परप्रांतीय मजदूरों के वापसी के समय उनका राज्य स्थलांतरित कानून के तहत पंजीयन किया जाए। यही मौका होगा जब सरकार परप्रांतीय मजदूरों का सही आकड़ा जुटा पाएगा। राज ने कहा कि कोरोना संकट के बाद जब भी परप्रांतीय मजदूर आएंगे अथवा लाए जाएंगे। उनकी जांच के बिना उन्हें राज्य में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। राज ने कहा कि परप्रांतियों के महाराष्ट्र में प्रवेश और जाने पर सरकार को नियंत्रण रखना चाहिए। हर बार मानवता के दृष्टिकोण से विचार नहीं किया जाता है। राज ने कहा कि कोरोना संकट में परप्रांतीय मजदूर जा रहे हैं। अगर वे संकट के समय जा रहे तो राज्य के उद्योग और कारखाना बंद नहीं होना चाहिए। इसलिए राज्य सरकार विदर्भ, मराठवाड़ा और दूसरे अंचल में जहां पर रोजगार उपलब्ध हैं उसकी जानकारी राज्य के नौजवानों को उपलब्ध कराए।

कंटेनमेंट जोन में एसआरपीएफ हो तैनात

राज ने राज्य के कंटेनमेंट जोन में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन में एसआरपीएफ को तैनात करने की मांग की। राज ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने से लगातार सेवाएं देने के कारण पुलिस काफी तनाव में हैं। राज ने कहा कि राज्य में छोटे दवाखाना शुरू होने चाहिए। वहां पर भीड़ के नियंत्रण के लिए पुलिस सुरक्षा दी जानी चाहिए। राज ने कहा कि प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थी कई जगहों पर फंसे हैं उन्हें घर पर जाने के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए। राज ने कहा कि कोरोना संकट में कई त्यौहारों को लोगों ने घरों में मनाया। मुझे लगता है कि मुस्लिम समाज के लोग भी ईद का त्यौहार अपने घर में मनाएंगे अगर ऐसा नहीं होता है तो अतिरिक्त बल तैनात किया जाना चाहिए। राज ने कहा कि अगर लॉकडाउन नहीं बढ़ाया गया और ईद के  मौके पर लोग घरों से बाहर आएं तो कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सरकार को कभी न कभी लॉकडाउन को हटाना पड़ेगा। सरकार के पास लॉकडाउन हटाने के लिए एक्जिट प्लॉन क्या है। इस बारे में सरकार को बताना चाहिए। राज ने कहा कि सरकार को लॉकडाउन खत्म करने से पहले उसकी जानकारी 10 से 15 दिन पहले देनी चाहिए।  

बिना मास्क पहने मंत्रालय में आए राज ठाकरे

मंत्रालय में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कई दलों के नेता शामिल हुए। उपमुख्यमंत्री अजित पवार से लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस, पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण सभी के चेहरे पर था। लेकिन राज ठाकरे ने बिना मास्क पहने मंत्रालय में प्रवेश किया। उन्होंने बैठक में भी मास्क नहीं पहना था। मास्क नहीं पहनने के सवाल पर राज ने मीडिया से कहा कि आप सभी लोगों ने मॉस्क पहना है इसलिए मैंने मास्क नहीं लगाया। हालांकि राज के बेटे व मनसे नेता अमित ठाकरे मंत्रालय में मास्क पहनकर आए थे। 
 

Created On :   7 May 2020 7:49 PM IST

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