बेघरों के स्वास्थ्य की जांच कराना नाईट शेल्टरों की जिम्मेदारी

Responsibility of night shelters to check the health of the homeless
बेघरों के स्वास्थ्य की जांच कराना नाईट शेल्टरों की जिम्मेदारी
बेघरों के स्वास्थ्य की जांच कराना नाईट शेल्टरों की जिम्मेदारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लॉक डाउन के बाद नाईट शेल्टरों में बेघरों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है। शहर के 5 नाईट शेल्टरों में 500 से ज्यादा बेघर लोग पहुंचे है, इनके स्वास्थ्य की जांच करने की जिम्मेदारी नाईट शेल्टर पर डाल दी गई है। मनपा प्रशासन ने इससंबंध में पत्र भेजकर नाईट शेल्टर के संचालकों को निर्देश दिया है। सीताबर्डी, गणेश टेकडी के पास, टिमकी खटीकपुरा, इंदोरा मठ मोहला व डिप्टी सिग्नल में नाईट शेल्टर है। मनपा व पुलिस विभाग की तरफ से बेघरों को पकड़कर नाईट शेल्टरों में भेजा जा रहा है। नाईट शेल्टर में पहुंचे लोगों के भोजन की व्यवस्था समाजसेवियों व दानदाताओं द्वारा की जा रही है। कोरोना संक्रमण के चलते बेघरों की स्वास्थ्य जांच होना जरूरी है। समूह में संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा रहता है। मनपा के समाज कल्याण विभाग ने नाईट शेल्टरों को पत्र भेजकर निर्देश दिया कि शेल्टर में रहनेवाले लोगों की स्वास्थ्य जांच शासकीय अस्पताल या मनपा के स्वास्थ्य केंद्रों में की जाए। स्वास्थ्य जांच की जिम्मेदारी शेल्टर पर है आैर इसमें कोताई होने पर शेल्टर संचालक पर कार्रवाई की जाएगी।

मेडिकल टीम शेल्टर पहुंची तो जांच में आसानी होगी

संस्था अध्यक्ष भास्कर पराते नाईट शेल्टर में रहनेवाले लोगों की स्वास्थ्य जांच होनी चाहिए। शासकीय अस्पताल या मनपा की स्वास्थ्य टीम अगर शेल्टर पहुंचे, तो कम समय में सभी बेघरों की जांच हो सकती है। समूह में इन लोगों को अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाना खतरनाक साबित हो सकता है। चूंकि यह जिम्मेदारी हम पर डाली तो हम आदेश का पालन करेंगे। इन लोगों को स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाएंगे या निजी डाक्टर को शेल्टर में लाकर सभी के स्वास्थ्य की जांच करेंगे।

Created On :   29 March 2020 12:41 PM GMT

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