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खुलासा - मृत पिता का पहचान पत्र इस्तेमाल कर श्वेता ने हासिल किया था सिमकार्ड
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बुल्ली बाई ऐप मामले में पकड़ी गई 18 वर्षीय श्वेता सिंह ने अपने मृत पिता की पहचानपत्र का इस्तेमाल कर सिमकार्ड खरीदा था जिसका इस्तेमाल उसने अपराध में किया था।मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि श्वेता ने @JattKhalsa07 नाम से फर्जी ट्विटर एकाउंट भी बनाया था। श्वेता के पकड़े जाने तक मुंबई पुलिस को इस बात का जरा भी अंदेशा नहीं था कि जिसकी वे तलाश कर रहे हैं वह एक महिला है। श्वेता उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में स्थित ऑदर्श कॉलोनी की रहने वाली है। आईपी एड्रेस और कॉल डेटा रिकॉर्ड से मिली जानकारी के आधार पर स्थानीय पुलिस की मदद से मुंबई पुलिस ने श्वेता को गिरफ्तार किया। वहीं मुस्लिम समाज की प्रतिष्ठित महिलाओं को बुल्ली बाई ऐप के जरिए निशाना बनाने के मामले सोशल मीडिया के जरिए एक शख्स ने मुंबई पुलिस से दावा किया है कि ऐप उनसे बनाया है। मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से इनका कोई लेना देना नहीं है। @gitu44 नाम से बने ट्विटर एकाउंट के जरिए दावा किया है कि मामले में मुंबई पुलिस ने जिन आरोपियों को पकड़ा है वे निर्दोष हैं। वहीं बुल्ली बाई ऐप मामले में अब दिल्ली पुलिस ने नीरज बिश्नोई नाम के 21 वर्षीय छात्र को असम से गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस का दावा है कि बिश्नोई ही इस पूरे मामले का मास्टर माइंड है। बिश्नोई असल के जोरहट का रहने वाला है और वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी में बीटेक द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। इससे पहले मुंबई पुलिस के हत्थे चढ़ी उत्तराखंड की श्वेता सिंह को मास्टर माइंड बताया जा रहा था। बता दें कि मुंबई पुलिस से पहले दिल्ली पुलिस ने एक महिला पत्रकार की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की थी। लेकिन बाद में मुंबई पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर तेजी से छानबीन शुरू की और कुछ ही दिनों में एक के बाद एक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके चलते दिल्ली पुलिस पर दबाव था। अब दिल्ली पुलिस दावा कर रही है कि मामले का असली मास्टर माइंड उसके हत्थे चढ़ा है। वहीं दिल्ली पुलिस के बाद मुंबई पुलिस भी बिश्नोई को हिरासत में लेकर पूछताछ की कोशिश करेगी।
Created On :   6 Jan 2022 8:31 PM IST