एलीफेंटा तक दो सालों में उपलब्ध हो जाएगी रोपवे सुविधा-रावल

Rope-way facility will be available in two years in Elephanta - Raval
एलीफेंटा तक दो सालों में उपलब्ध हो जाएगी रोपवे सुविधा-रावल
एलीफेंटा तक दो सालों में उपलब्ध हो जाएगी रोपवे सुविधा-रावल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। एलीफेंटा के लिए अगले दो सालों में रोपवे सुविधा शुरू हो जाएगी। इससे जुड़ी मंजूरियां लीं जा चुकीं हैं। रोप वे तैयार होने के बाद पर्यटक मुंबई से इसके जरिए एलीफेंटा पहुंच सकेंगे। साथ ही प्रस्तावित शिवाजी स्मारक को भी एलिफेंटा से जोड़ा जाएगा। जिससे पर्यटक दोनों जगहों का एक साथ दौरा कर सकें। पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल ने यह जानकारी दी। एलीफेंटा महोत्सव में शामिल होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में रावल ने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए और कई कदम उठाए जा रहे हैं। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आयोजित दो दिवसीय एलीफेंटा महोत्सव बेहद सफल रहा। इसका नाम स्वरंग रखा गया था। करीब एक लाख पर्यटक इसमें शामिल हुए। एलीफेंटा महोत्सव में पर्यटकों ने सुर, संगीत और चित्रकला का आनंद लिया। रविवार को रावल ने एलीफेंटा में आयोजित हेरिटेज वॉक में भी हिस्सा लिया। बता दें कि वॉक के लिए खास कर दिव्यांग बच्चों को बुलाया गया था। इसके अलावा एलीफेंटा जाने के लिए दो दिनों तक आम लोगों की भी कतारें लगीं रहीं। पर्यटकों ने विश्व प्रसिद्ध एलीफेंटा गुफाओं के साथ संगीत, चित्रकला और हेरिटेज वॉक जैसे कई कार्यक्रमों का आनंद लिया। महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम को ओर से आयोजित इस महोत्सव में कई जाने माने कलाकार शामलि हुए। शनिवार को गेटवे ऑफ इंडिया पर जाने माने गायक कैलाश खेर ने अपने स्वर से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा जाने माने मराठी रंगकर्मी स्वप्निल बांदोडकर, गायिका प्रियंका बर्वे ने अपने साथी कलाकारों के साथ लोगों का मनोरंजन किया। वरिष्ठ रंगकर्मी अच्युत पालव, चित्रकार वासुदेव कामत, व्यंग्य चित्रकार नीलेश जाधव, शेर जाधव ने भी पर्यटकों के सामने अपनी कला का प्रदर्शन किया। बता दें कि मुंबई से करीब 7 किलोमीटर दूरी पर स्थित घारापुरी को एलिफेंटा द्वीप के नाम से पहचाना जाता है। यहां का इतिहास 1500 साल पुराना है। पर्यटक गेटवे से बोट के जरिए यहां की मशहूर गुफाओं को देखने जाते हैं। 

अनिल कुमार गुप्ता ने संभाला मध्यरेल के महाप्रबंधक का अतिरिक्त कार्यभार

उधर अनिल कुमार गुप्ता ने मध्यरेल के महाप्रबंधक का अतिरिक्त कार्यभार संभाल लिया है। भारतीय रेल इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग सेवा (आईआरएसईई) के 1980 बैच के अधिकारी गुप्ता फिलहाल पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक हैं। डीके शर्मा की सेवा निवृत्ति के बाद उन्हें मध्य रेल का भी अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है। गुप्ता मोतीलाल नेहरू रीजनल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, इलाहाबाद (अब एमएमएमआईटी) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक (बीई) हैं। गुप्ता साल 1982 से रेलवे में कार्यरत हैं। तीन दशकों के दौरान गुप्ता ने पूर्व रेलवे, पश्चिम रेलवे, मध्य रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे,  और अनुसंधान अभिकल्प तथा मानक संगठन (आरडीएसओ) सहित क्षेत्रीय रेलों और उत्पादन इकाइयों में अहम जिम्मेदारियां संभाली है। गुप्ता ने पूर्व रेलवे के बर्धवान में विद्युत इंजीनियर के रूप से रेल सेवा की शुरूआत की थी। पश्चिम रेलवे के दाहोद में मुख्य कारखाना प्रबंधक, पश्चिम रेलवे के मुख्य बिजली इंजीनियर(योजना), पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल में अपल मंडल रेल प्रबंधक, जबलपुर मंडल में मंडल रेल प्रबंधक, उत्तर मध्य रेल के मुख्य बिजली इंजीनियर, पूर्व रेलवे के मुख्य संरक्षा अधिकारी जैसे पदों पर काम का अनुभव रखते हैं। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक पद पर नियुक्ति से पहले वे दक्षिण मध्य रेल में अपर महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। गुप्ता डब्ल्यूएपी श्रेणी के इंजनों की 180 किलोमीटर प्रति घंटा की गति परीक्षण, एसी/डीसी दोनों से चलने वाले इंजनों को विकसित करना, मुंबई उपनगरीय प्रणाली हेतु 3 फेज एसी ईएयू के विकास से भी जुड़े रहे हैं। गुप्ता रेलवे प्रौद्योगिकी को स्वदेशी तौर पर विकसित करने में गहरी रुचि रखते हैं। 
 

Created On :   2 Jun 2019 7:24 PM IST

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