आरटीआई :  देश से फरार 27 आर्थिक अपराधियों में सिर्फ दो की हुई स्वदेश वापसी

RTI: Only two of 27 economic offenders escaped from the country returned home
आरटीआई :  देश से फरार 27 आर्थिक अपराधियों में सिर्फ दो की हुई स्वदेश वापसी
आरटीआई :  देश से फरार 27 आर्थिक अपराधियों में सिर्फ दो की हुई स्वदेश वापसी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पिछले पांच सालों में आर्थिक अपराध के बाद 27 आरोपी देश से फरार हुए हैं, लेकिन इनमें सिर्फ दो को सरकार वापस लाने में कामयाब हुई है। सूचना के अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी से यह खुलासा हुआ है। आरटीआई एक्टिविस्ट जीतेंद्र घाडगे को विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। घाडगे ने कहा कि पिछले साल 4 जनवरी को तत्कालीन वित्त राज्य मंत्री एसपी शुक्ला ने लोकसभा में उन 27 लोगों के नामों की जानकारी दी थी, जो साल 2015 से आर्थिक अपराध कर भागे थे। दी गई जानकारी के मुताबिक देश से भागे आरोपियों के नाम पुष्पेश बैद, आशीष जोबनपुत्रा, विजय माल्या, सन्नी कालरा, संजय कालरा, एसके कालरा, आरती कालरा, वर्षा कालरा, जतिन मेहता, उमेश पारेख, कमलेश पारेख, नीलेश पारेख, एकलब्य गर्ग, विनय मित्तल, नीरव मोदी, नीशाल मोदी, मेहुल चोकसी, सब्या सेठ, राजीव गोयल, अल्का गोयल, ललित मोदी, नितिन जयंतीलाल संदेसरा, दीप्तीबेन चेतन कुमार संदेसरा, रितेश जैन, हितेश पटेल, मयूरीबेन पटेल और प्रीति आशिष जोबनपुत्रा हैं। लेकिन सरकार की ओर से इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी कि इनमें से कितने आरोपी वापस देश में लाए जा चुके हैं। 

घाडगे ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने उन्हें अपने जवाब में उन्हें जानकारी दी है कि उपरोक्त आरोपियों में केवल विनय मित्तल और सन्नी कारला को वापस लाया जा सका है। मित्तल पर सात बैंकों को 40 करोड़ रुपए का चूना लगाने का आरोप है। उसे साल 2018 में इंडोनेशिया से प्रत्यार्पित किया गया था। जबकि पंजाब नेशनल बैंक को 10 करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले कारला को इसी साल मार्च महीने में सीबीआई वापस लाई थी। घाडगे ने बताया कि उन्होंने उन आरोपियों के बारे में भी जानकारी मांगी थी जिनके खिलाफ पिछले पांच सालों में रेड कार्नर नोटिस जारी हुआ है और जिन्हें वापस लाया गया है लेकिन सीबीआई ने फिलहाल यह जानकारी देने से इनकार कर दिया है। इसके खिलाफ उन्होंने प्रथम अपील की है। 

घाडगे ने कहा कि सफेदपोश अपराधियों के लिए भारत स्वर्ग बन गया है। यहां से हजारों करोड़ रुपए लूटकर आर्थिक अपराधी विदेश भाग जाते हैं और फिर उन्हें पकड़े जाने और कानून के कटघरे में खड़े होने का डर ही नहीं होता। सिर्फ छोटी मछलियों को पकड़ने से कुछ नहीं होगा। अगर सरकार नीरव मोदी और मेहुल चोक्सी जैसे भगोड़े अपराधियों के खिलाफ आगे बढ़कर कार्रवाई करे और उन्हें सजा दिलाए तभी जनता का पैसा लूटकर भागने वालों में खौफ होगा। 
 

Created On :   20 Nov 2020 7:28 PM IST

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