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खुले में शौच जाने पर कार्रवाई, सरपंचों- शिक्षकों को पहुंचाया थाने
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले के गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने पूरा अमला जुटा है और इस कार्य को अंजाम देने के लिए पुलिस बल के साथ सुबह से गांवों में खुले में शौच जाने वालों की मॉनीटरिंग की जा रही है। इस अभियान में जनप्रतिनिधी और शासकीय सेवक ही रोड़ा बने हैं। बीते दिनों ब्यौहारी विकासखंड के गांवों में सरपंचों, शिक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को खुले में शौच जाते हुए पकड़कर थाने पहुंचाया। बाद में सभी को इस शर्त पर जाने दिया कि एक सप्ताह में अपने घरों में शौचालय बनवाकर उपयोग करेंगे। जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत ब्यौहारी की सीईओ प्रेरणा परमहंस पुलिस बल के साथ खुले में शौच जाने वालों की मॉनीटरिंग की। बरहाटोला में ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच रमेश कोल के घर में शौचालय नहीं है और वह खुले में शौच जाता है। इसी तरह चरखारी की महिला सरपंच बूंदीबाई को भी खुले में शौच जाते हुए पकड़ा। सीईओ और पुलिस ने खरपा निवासी शिक्षक रामतेज सिंह के घर में भी शौचालय नहीं बना है और वह भी खुले में शौच जाता है। रामतेज सिंह सराहकला स्कूल में पदस्थ है। खरपा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ममता वैस को भी खुले में शौच के लिए जाते पकड़ा। चरखारी में शिक्षक संतोष सिंह को भी खुले शौच में जाते पकड़ा। वह सलैयाटोला में शिक्षक के पद पर कार्यरत है। बताया गया है कि इन सभी को पुलिस के सुपुर्द किया गया बाद में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपने घरों में शौचालयों का निर्माण कर उपयोग करने की हिदायत देकर छोड़ा गया। कुछ दिनों पहले ही कलेक्टर ने सरपंच, पंचों एवं शासकीय सेवकों को एक सप्ताह के भीतर घरों में शौचालयों का निर्माण करने के निर्देश दिए थे लेकिन कलेक्टर के निर्देशों को हवा में उड़ा दिया।
इनका कहना है-
जनप्रतिनिधियों और शासकीय सेवकों समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत होते हैं, इनके द्वारा खुले में शौच के लिए जाना अत्यंत सोचनीय है। दो पंचायतों में सरपंचों, शिक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को पुलिस के सुपुर्द किया था। सभी ने एक सप्ताह में शौचालय का निर्माण करने का वचन दिया है।
प्रेरणा परमहंस सीईओ जनपद पंचायत ब्यौहारी
Created On :   28 Sept 2017 1:09 PM IST