अमरावती में दूसरी बार बना ग्रीन कारिडोर, हार्ट और लिवर मुंबई भेजे गए

second time green corridor in amravati, Heart and liver were sent to mumbai
अमरावती में दूसरी बार बना ग्रीन कारिडोर, हार्ट और लिवर मुंबई भेजे गए
अमरावती में दूसरी बार बना ग्रीन कारिडोर, हार्ट और लिवर मुंबई भेजे गए

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती के एक ब्रेन डेड व्यक्ति के महत्वपूर्ण आर्गन के जरिए कुछ जरूरतमंद मरीजों को जिंदगी मिलेगी। जानकारी के अनुसार स्थानीय खापर्डे बगीचा परिसर चौधरी डायग्नॉस्टिक सेंटर में इलाज के दौरान ब्रेन डेड हुए मनोज गुप्ता (50) मरीज के आर्गन डोनेट किए गए। हमालपुरा में रहने वाले मनोज माणिकचंद गुप्ता (42) पेशे से लॉटरी व्यवसाय का काम करते थे। 24 अक्तूबर को गलत दवा खाने की वजह से उन्हें इलाज के लिए इर्विन अस्पताल में एडमिट किया गया था।

लेकिन उनकी तबीयत में सुधार नहीं होने तथा नियमित समय पर इलाज नहीं मिलने से परिजनों ने उन्हें खापर्डे बगीचा स्थित अस्पताल में इलाज के लिए एडमिट कराया। लेकिन यहां पर ब्रेन डेड होने की वजह से मनोज गुप्ता की 31 अक्तूबर की देर रात मौत हो गयी। मनोज गुप्ता की दो बेटियों एवं पुत्र ने अपने पिता के आर्गन डोनेट करने का निर्णय लिया। इस बारे में अस्पताल के डा. अविनाश चौधरी को उन्होंने सूचना दी। परिवार के इस फैसले के बाद डॉक्टर ने मुंबई की प्रत्यारोपण टीम से संपर्क किया। टीम बुधवार की सुबह अमरावती पहुंची और मनोज गुप्ता के हार्ट और लिवर मुंबई भेजे गए।

बता दें कि, यह दूसरा मौका होगा जब अमरावती में अंगदान की प्रक्रिया पूर्ण कर महत्वपूर्ण अंगों को जरूरतमंद मरीजों तक भिजवाया गया है। इससे पहले कुछ माह पूर्व ही स्थानीय जेवड नगर निवासी युवक के ब्रेनडेड होने पश्चात यहां के रेडियन्ट हॉस्पिटल से अंगदान प्रक्रिया पूरी की गई थी और शहर में पहली बार ग्रीन कॉरिडोर बनाते हुए हार्ट, किडनी व लीवर को नागपुर, मुंबई व चेन्नई भेजा गया था। यहां यह कहना कतई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि कभी रक्तदान के क्षेत्र में समूचे राज्य से सिरमौर रहनेवाली अमरावती अब अंगदान के जरिए जरूरतमंद मरीजों की जिंदगियां बचाने हेतु इतिहास बनाने चल पड़ी है। अमरावती से अंगदान प्रक्रिया एक नए आयाम पर पहुंच रही है।

 

 

Created On :   1 Nov 2017 5:21 PM IST

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