नेहरु सेंटर के इंडियन आर्ट फेस्टिवल में देशी-विदेशी कलाकारों का जमघट  

Senior Painter Soni Singh is trying hard to preserve folk art
नेहरु सेंटर के इंडियन आर्ट फेस्टिवल में देशी-विदेशी कलाकारों का जमघट  
नेहरु सेंटर के इंडियन आर्ट फेस्टिवल में देशी-विदेशी कलाकारों का जमघट  

डिजिटल डेस्क, मुंबई। इन दिनों वर्ली स्थित नेहरू सेंटर में देश-दुनिया के तमाम कलाकारों का जमवड़ा लगा है। नेहरू आर्ट सेंटर (मुंबई) में आयोजित इंडियन आर्ट फेस्टिवल के आठवें संस्करण में देश-विदेश के करीब 550 कलाकार और करीब 50 आर्ट गैलरीज शामिल हो रही हैं। 17 जनवरी से शुरू हुए इस कला महोत्सव में वाराणसी की वरिष्ठ चित्रकार सोनी सिंह भी सहभागिता निभा रही हैं।  एक दशक से ज्यादा वक्त पत्रकारिता में बिताने वाली सोनी सिंह ने लंबे अरसे बाद मुंबई में अपनी कला यात्रा की फिर से शुरुआत की है।

बनारस से भोपाल और मुंबई तक कला के क्षेत्र में काम करने के बाद हिंदी पत्रकारिता की अलख जगाने वाली सोनी ने पारंपरिक कला को प्रोत्साहन देने की पहल के तहत इंडिया आर्ट फेस्टिवल से कला की दुनिया में वापसी की है। मधुबनी चित्रकारी को कागज पर जिंदा करने की मुहिम लिए सोनी सिंह ने नेहरू सेंटर से इसकी शुरुआत की है। तमाम नामचीन कलाकारों के बीच इस कलाकार की कूचियों से उकेरी गई मधुबनी पेंटिंग्स अपनी सहजता के साथ आगंतुकों का सहज ही ध्यानाकर्षण कर रही है। अपनी पेंटिंग के जरिए उनका प्रयास भारतीय कला-संस्कृति को सहेजने-संवारने का है, ताकि उसे विश्व पटल पर पहचान मिल सके। उनके मुताबिक भारत में लोक-कला को जिंदा रखने वाले कलाकारों की संख्या लगातार घटती जा रही है और उनका प्रयास कूची के जरिए लोगों तक पारंपरिक कला को पहुंचाना है।

उनका कहना है कि भारत की समृद्ध कला की खूबसूरती को आगे बढ़ाने की जरूरत है, नहीं तो कला धीरे-धीरे दम तोड़ती चली जाएगी। सोनी सिंह काशी विद्यापीठ से कला में स्नातक (बीएफए) हैं और उन्होंने काशी में रहते हुए कला के क्षेत्र में काफी योगदान दिया है।

Created On :   19 Jan 2019 7:19 PM IST

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