- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- भाजपा के गढ़ जलगांव मनपा में...
भाजपा के गढ़ जलगांव मनपा में शिवसेना ने लगाई सेंध
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार की प्रमुख घटक दल शिवसेना ने जलगांव मनपा के महापौर पद के चुनाव में जीत हासिल कर भाजपा के गढ़ में सेंध लगा दी है। शिवसेना ने महापौर पद के चुनाव में भाजपा के 27 नगरसेवकों को तोड़कर अपने पाले में कर लिया। इससे बीते एक महीने में भाजपा को सांगली मनपा के बाद अब जलगांव मनपा की सत्ता गंवानी पड़ी है। गुरुवार को जलगांव मनपा के महापौर पद के चुनाव में शिवसेना उम्मीदवार जयश्री महाजन ने 45 वोट हासिल किया। जबकि भाजपा की महापौर पद की उम्मीदवार प्रतिभा कापसे को केवल 30 वोट मिल सके। वहीं जलगांव मनपा के उपमहापौर कुलभूषण पाटील बने हैं। महापौर पद के चुनाव में जयश्री को शिवसेना के 15 नगरसेवक, भाजपा के 27 नगरसेवक और एमआईएम के 3 नगरसेवकों ने वोटिंग की। जलगांव मनपा में कुल 75 सीटें हैं। महापौर पद के चुनाव के लिए शिवसेना ने भाजपा के बागी नगरसेवकों को बीते कई दिनों से ठाणे के एक होटल में ठहराया था। भाजपा के बागी नगरसेवकों ने ठाणे से ही ऑनलाइन पद्धति से महापौर पद के चुनाव में शामिल हुए। जलगांव मनपा में भाजपा के एक साथ 27 नगरसेवकों का टूटना पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री गिरीश महाजन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। भाजपा की सत्ता में सेंध लगाने में राकांपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से ने अहम भूमिका निभायी है। इससे पहले फरवरी महीने में सांगली मनपा के महापौर पद के चुनाव में भाजपा के पांच नगरसेवकों ने पाला बदल लिया था। जिसके बाद सांगली मनपा पर राकांपा ने कब्जा कर लिया था।
महाजन से प्रचंड नाराज थे भाजपा के नगरसेवक - खडसे
जलगांव मनपा में सत्ता परिवर्तन के बाद राकांपा नेता एकनाथ खडसे ने भाजपा के नेता महाजन पर निशाना साधा। खडसे ने कहा कि महाजन के बर्ताव और व्यवहार से भाजपा के नगरसेवक प्रचंड नाराज थे। महाजन ने जो वादा किया था वह पूरा नहीं हुआ। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार हुआ है। इसलिए बीते एक महीने से भाजपा के बागी नगरसेवक मेरे संपर्क में थे। मैंने 10 दिन पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से कहा था कि महापौर पद के चुनाव में शिवसेना की ओर से उम्मीदवार उतारा गया तो मैं मदद करूंगा। भाजपा के नाराज नगरसेवक आह्वान करने पर भी हमारे साथ आ सकते हैं। इसके बाद मैंने प्रदेश के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना सांसद विनायक राऊत के साथ चर्चा की। इसमें तय हुआ है कि शिवसेना का महापौर बनाया जाएगा। खडसे ने कहा कि इस रणनीति के बारे में बहुत कम लोगों को मालूम था। शिवसेना के प्रवक्ता और प्रदेश के जलापूर्ति व स्वच्छता मंत्री तथा जलगांव के पालक मंत्री गुलाबराव पाटील को पांच दिन पहले बताया गया था। खडसे ने कहा कि केवल विकास के लिए भाजपा के नगरसेवकों ने पाला बदला है। इसलिए मुझे मुख्यमंत्री ने वादा किया है कि वे शहर के विकास के लिए मदद करेंगे।
नगरसेवकों ने मन से किया भूंकप - पाटील
शिवसेना के नेता तथा मंत्री पाटील ने कहा कि भाजपा के 30 नगरसेवकों का टूटना बहुत बड़ी बात है। भाजपा के नगरसेवक शिवसेना के पाले में जबरन नहीं आए हैं बल्कि भाजपा के बागी के नगरसेवकों ने अपने मन से भूंकप किया है। पाटील ने कहा कि जलगांव मनपा चुनाव के समय महाजन ने आखिर तक गठबंधन करने के लिए चर्चा की थी पर बाद में उन्होंने शिवसेना के नेतृत्व को फंसा दिया था। आखिर में भगवान के घर देर है अंधेर नहीं।
महाजन को सबक सिखाने के लिए एकजुट हुए सभी- दरेकर
विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि भाजपा के नेता रहे खडसे पार्टी छोड़कर राकांपा में शामिल हुए हैं। भाजपा नेता महाजन को सबक सिखाने के लिए सभी लोग एकजुट हो गए। दरेकर ने कहा कि जलगांव मनपा चुनाव के समय शिवसेना से भाजपा में आने वाले 14 से 15 नगरसेवक वापस शिवसेना में चले गए हैं। इसके अलावा भाजपा के 10 से 12 नगरसेवकों को शिवसेना ने लालच देकर अपने पाले में किया है। लेकिन शिवसेना को मिली सफलता तात्कालिक है। दीर्घकाल में शिवसेना को नुकसान होगा।
Created On :   18 March 2021 8:40 PM IST