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शिवसेना कार्यकर्ताओं ने तोड़ा अडानी एयरपोर्ट का साइन बोर्ड- बोले- नाम बदलना मंजूर नहीं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लगाया गया अडानी एयरपोर्ट का साइनबोर्ड तोड़ दिया है। छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास यह बोर्ड लगाया गया था। बता दें कि हवाई अड्डे का नाम ‘छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।’ इसी साल 13 जुलाई को अडानी समूह ने जीविके कंपनी से हवाई अड्डे के देखरेख की जिम्मेदारी ली थी। इसके बाद हवाई अड्डे के अंदर और बाहर अडानी एयरपोर्ट का बोर्ड लगा दिया। इस पर शिवसेना ने नाराजगी जताई थी। वीआईपी गेट के पास अडानी एयरपोर्ट का बोर्ड लगाए जाने पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम वही है। इस नाम के लिए शिवसेना ने आंदोलन किया था। इसका नाम किसी उद्योगपति के नाम पर नहीं हो सकता। इसके बाद सोमवार दोपहर शिवसेना के संगठन भारतीय कामगार सेना के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और उन्होंने अडानी एयरपोर्ट के नाम से लगाया गया बोर्ड तोड़ दिया। मामले पर पूर्व विधायक और शिवसेना नेता कृष्णा हेगडे ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे से लिए आराध्य हैं इसलिए जो इस तरह की हरकत करेगा उसे ऐसा ही जवाब दिया जाएगा। मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने भी अडानी एयरपोर्ट का बोर्ड लगाने पर नाराजगी जताई और कहा कि इससे पहले जीविके कंपनी वहां थी उसने हवाई अड्डे को अपना नाम नहीं दिया। अडानी ने क्या हवाई अड्डा खरीद लिया है। छत्रपति शिवाजी महाराज एयरपोर्ट यह नाम पूरी दुनिया में पहचाना जाता है।
नाम बदलना सबसे बड़ी गलती-मलिक
राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने भी नाम बदलने पर आपत्ति जताई उन्होने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज हवाई अड्डे का नाम बदलकर अडानी एयरपोर्ट करना ठीक नहीं है। यह अडानी की सबसे बड़ी गलती है। उन्होंने कहा कि जीवीके से मैनेजमेंट का अधिकारी खरीदने के बाद अडानी को हवाई अड्डे का नाम बदलने का अधिकार नहीं मिल गया। इस हरकत से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। अडानी को ध्यान रखना चाहिए कि लोगों की भावनाएं आहत न हों।
अडानी समूह की सफाई
अडानी समूह ने मामले में सफाई देते हुए कहा है कि इससे पहले की कंपनी की ब्रांडिंग जिस जगह पर थी हमने भी नियमों का पालन करते हुए वहीं पर अपनी ब्रांडिंग की है। ‘छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे’ के नाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के नियमों के मुताबिक सभी कदम उठाए गए हैं। जहां पहले प्रबंधन संभालने वाली कंपनी जीवीके की ब्रांडिंग थी उसी जगह अब अडानी एयरपोर्ट की ब्रांडिंग की गई है।
Created On :   2 Aug 2021 10:21 PM IST