मोदी सरकार को शिवसेना की सलाह, विज्ञापनबाजी छोड़ बढ़ाओ रोजगार, अब नाराजगी दूर करेंगे पीएम !    

Shiv Senas advice to Modi government, quit advertising, open employment
मोदी सरकार को शिवसेना की सलाह, विज्ञापनबाजी छोड़ बढ़ाओ रोजगार, अब नाराजगी दूर करेंगे पीएम !    
मोदी सरकार को शिवसेना की सलाह, विज्ञापनबाजी छोड़ बढ़ाओ रोजगार, अब नाराजगी दूर करेंगे पीएम !    

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुणगान कर रही शिवसेना ने अब एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी के मुखपत्र सामना में छपी संपादकीय में कहा गया है कि सरकार विज्ञापनबाजी छोड़ कर बेरोजगारी दूर करने की दिशा में ठोस कार्य करे। 

शब्द भ्रम का खेल रोको शीर्षक से छपे संपादकीय में कहा गया है कि देश की आर्थिक स्थिति स्पष्ट रुप से बिगड़ी नजर आ रही है। देश में बेरोजगारी की ज्वाला भड़क उठी है। पिछले 45 वर्षों में बेरोजगारी का यह सर्वोच्च आकड़ा है। ये आकड़े सरकार के ही हैं। भाजपा ने प्रति वर्ष 2 करोड लोगों को रोजगार देने का वादा किया था। उस हिसाब से बीचे पांच वर्षों में 10 करोड़ लोगों को रोजगार मिलना चाहिए था। बेरोजगारी की जिम्मेदारी नेहरु-गांधी पर नहीं डाली जा सकती।

सच्चाई यह है कि रोजगार निर्माण लगातार घट रहा है। केंद्र सरकार की सेवाओं में 30 से 40 प्रतिशत की कमी आई है। देश में नए हवाई अड्डे बने लेकिन वहां से उड़ाने नहीं शुरु हो रही। पार्टी ने कहा है कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से शुरु कौशल्य विकास योजना का क्या हुआ, यह शोध का विषय है। सरकार का दावा है कि देश की अर्थ व्यवस्था लगातार बढ़ रही है लेकिन विकास दर व रोजगार घट रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में 18 से 30 वर्ष के 19 फीसदी बच्चे बेरोजगार हैं।

भाजपा के मित्र दल शिवसेना का कहना है कि किसानों की हालत अच्छी नहीं है। देश सहित महाराष्ट्र में स्थिति हृदय विदारक है। इस दुष्चक्र में फंसे किसानों ने बड़ी आशा के साथ मोदी को वोट दिया था। ‘मोदी है तो मुमकिन है’  के नारे पर विश्वास कर युवा मतदाता साथ आए थे। पार्टी का कहना है कि देश में बुलेट ट्रेन आ रही है लेकिन उससे एक व्यक्ति को भी रोजगार नहीं मिलेगा। अर्थ व्यवस्था संकट में हैं, इस लिए नए वित्तमंत्री को चाहिए की वे कोई राह निकाले।  

केंद्र में महत्वहीन मंत्रालय से नाराज है मित्रदल 

इसके अलावा केंद्र सरकार में कैबिनटे मंत्री अरविंद सांवत को भारी उद्योग मंत्रालय दिए जाने से नाराज शिवसेना की नाराजगी को जल्द ही दूर कर ली जाएगी। सावंत को भारी उद्योग मंत्रालय की बजाय दूसरे विभाग की जिम्मेदारी दी जाएगी। सोमवार को भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने यह जानकारी दी। भाजपा नेता ने बताया कि शिवसेना की नाराजगी की से पार्टी नेतृत्व को अवगत करा दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद का विस्तार करेंगे। उस समय शिवसेना को नया विभाग दिया जाएगा। संभव है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले यह फैसला ले लिया जाए। लोकसभा चुनाव में शिवसेना के 18 सांसद निर्वाचित हुए हैं। केंद्र के मोदी मंत्रिमंडल में शिवसेना ने पार्टी सांसद सावंत को कैबिनेट मंत्री पद देने का फैसला किया। लेकिन केंद्रीय मंत्रिपरिषद के विभागों के बंवटारे में सांवत को भारी उद्योग मंत्रालय दिया गया। इससे शिवसेना नाराज हो गई। 2014 में भी शिवसेना को यही मंत्रालय दिया गया था। समझा जा रहा है कि शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से नाराजगी व्यक्त की है। शिवसेना को उम्मीद थी कि कैबिनेट मंत्री सांवत को किसी महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी जाएगी लेकिन पार्टी के खाते में एक बार फिर से भारी उद्योग मंत्रालय आया। 

Created On :   3 Jun 2019 2:57 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story