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शिवसेना की गृहमंत्री वलसे-पाटील से नाराजगी, सीएम बोले- एसा कुछ नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में सत्तारूढ़ महाविकास आघाड़ी का प्रमुख घटक दल शिवसेना की सहयोगी दल राकांपा के गृह मंत्री दिलीप वलसे- पाटील से नाराजगी सामने आई है। महाविकास आघाड़ी के मंत्रियों और नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों की ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू है। लेकिन इसके जवाब में राज्य सरकार के गृह विभाग की जांच एजेंसियां प्रदेश में भाजपा के नेताओं के खिलाफ शीघ्र गति से कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे नाराज शिवसेना सांसद संजय राऊत ने शुक्रवार सुबह कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां जिस तरीके से महाराष्ट्र में घुसकर कार्रवाई कर रही हैं। यह महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग पर आक्रामण है। महाराष्ट्र के गृह विभाग को अधिक सक्षम और कठोर होना जरूरी है।
राऊत ने गृह मंत्री का नाम लिए बिना कहा कि महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था और पुलिस व जांच एजेंसियां जिनके हाथों में उन्हें गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। गृह विभाग को दमदार कदम उठाना पड़ेगा नहीं तो हम अपने लिए हर दिन एक नया खड्डा खोदेंगे। राऊत के इस बयान के बाद दोपहर में गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इससे मुख्यमंत्री की गृहमंत्री से नाराजगी की अटकलों की खबरों को बल मिल गया। हालांकि मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री से नाराजगी की खबरों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि मेरी गृहमंत्री से नाराजगी की खबरें गलत और आधारहीन हैं। मेरा मेरे सहयोगियों पर पूरा विश्वास है। गृहमंत्री बेहतर काम कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रदेश भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की रणनीति पर चर्चा हुई। इससे गृह विभाग की ओर से भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की संभावना जताई जा रही है। दूसरी ओर गृहमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री का मुझसे नाराज होने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। मुख्यमंत्री मुझसे नाराज नहीं है। मैं मुख्यमंत्री को विश्वास में लेकर फैसला लेता हूं। मैंने मुख्यमंत्री प्रशासनिक कामकाज के संबंध में मुलाकात की है। शिवसेना की नजर गृह विभाग पर होने के सवाल पर वलसे-पाटील ने कहा कि मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। इस पर मुख्यमंत्री ही उचित जवाब दे सकते हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय के स्पष्टीकरण के बाद शिवसेना सांसद राऊत ने भी थोड़ा नरम रूख अख्तियार कर लिया। राऊत ने कहा कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के बीच संवादहीनता नहीं है। इसलिए मीडिया को किसी प्रकार की गलतफहमी नहीं फैलानी चाहिए। राऊत ने कहा कि शिवेसना के पास पांच साल तक मुख्यमंत्री पद कायम रहेगा। इस बीच देर रात को गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री से दूसरी बार मुलाकात की। इस बैठक में शिवसेना सांसद राऊत भी मौजूद थे।
कमी को दूर करेगा गृह विभाग- गृहमंत्री
शिवसेना सांसद संजय राऊत के बयान पर गृहमंत्री ने कहा कि उनकी भावना सही है। यदि गृह विभाग कहीं पर कम पड़ रहा होगा तो उसमें सुधार के लिए प्रयास किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में गृहमंत्री ने कहा कि मैं भाजपा के खिलाफ नरम रूख क्यों रखूंगा। यदि कोई ने कोई गलत काम किया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। लेकिन किसी भी कार्रवाई का मामला अदालत में टिकना ज्यादा महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री पद चाहती है राकांपा - मुनगंटीवार
पूर्व मंत्री तथा भाजपा के विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने दावा किया कि राकांपा शिवसेना को गृह विभाग देकर मुख्यमंत्री पद अपने पास लेना चाहती है। मुनगंटीवार ने कहा कि निजी बातचीत में राकांपा के नेता शिवसेना से मुख्यमंत्री पद और गृह विभाग की अदलाबदली चाहते हैं। मुनगंटीवार ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि शिवसेना के नेता गृह विभाग मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री पद शिवसेना के पास है। मुख्यमंत्री राज्य के सभी विभागों के प्रमुख होते हैं। मुख्यमंत्री का फैसला ही अंतिम होता है। ऐसे में शिवसेना का गृह विभाग मांगना आश्चर्यकारक लगता है। मुनगंटीवार ने कहा कि शिवसेना कानून व्यवस्था में सुधार के लिए नहीं बल्कि भाजपा के नेताओं के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई के लिए गृह विभाग अपने पास मांग रही है।
Created On :   1 April 2022 9:46 PM IST