- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- लिव इन पार्टनर के कई टुकड़े करने...
लिव इन पार्टनर के कई टुकड़े करने वाला प्रेमी दिल्ली से गिरफ्तार, वसई में दर्ज हुई थी गुमशुदगी की शिकायत
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दिल्ली पुलिस ने 26 वर्षीय महिला श्रद्धा वालकर की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए उसके "लिव इन पार्टनर" आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार किया है। श्रद्धा की गुमशुदगी की शिकायत पालघर पुलिस के पास दर्ज है। श्रद्धा से लंबे समय से संपर्क में न होने से परेशान उसके पिता विकास ने इसी साल अक्टूबर महीने में वसई पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की शिकायत की थी जो मीरा भायंदर वसई विरार आयुक्तालय के तहत आता है। बाद में मामले की जांच माणिकपुर पुलिस स्टेशन को सौंप दी गई थी। सीनियर इंस्पेक्टर संपत पाटील के मुताबिक श्रद्धा की गुमशुदगी के मामले में आरोपी आफताब से पूछताछ की थी। उसने स्वीकार किया था कि वह श्रद्धा के साथ दिल्ली के छतरपुर इलाके में रहता था। उसने पुलिस से दावा किया कि इसी साल मई महीने में उसका श्रद्धा के साथ विवाद हुआ जिसके बाद वह घर छोड़कर चली गई इसके बाद उसे श्रद्धा के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। लेकिन वह बार बार बयान बदल रहा था इसलिए माणिकपुर पुलिस को उस पर संदेह हो गया। इसके बाद माणिकपुर पुलिस ने दिल्ली की महरौली पुलिस से संदिग्ध मामले की जांच में मदद मांगी। माणिकपुर के सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन सानप की अगुआई में पुलिस की एक टीम दिल्ली गई थी। वहां स्थानीय पुलिस की मदद ली गई।दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला कि मई से ही श्रद्धा का मोबाइल बंद है और उसके बैंक खाते से भी कोई लेन देन नहीं हुआ है। धीरे धीरे संदेह बढ़ा और शिकंजा कसा तो उसने श्रद्धा की हत्या कर शव के 35 टुकड़े करने और उसे फ्रिज में रखकर अलग-अलग इलाकों में फेंकने की बात स्वीकार की।
डेटिंग एप से हुई थी मुलाकात
श्रद्धा और आफताब दोनों पालघर जिले के ही रहने वाले थे। दोनों की मुलाकात डेटिंग ऐप के जरिए हुई थी। उस समय श्रद्धा मुंबई के मालाड इलाके में एक कॉल सेंटर में काम करती थी। आफताब फूड ब्लॉगर है और हंग्री छोकरो नाम का फूड ब्लॉग चलाता है। दोनों ने परिवार को अपने रिश्ते की जानकारी दी तो उन्होंने विरोध किया। शुरूआत में श्रद्धा और आफताब पालघर जिले के नायगांव इलाके में रहते थे। परिवार से मनमुटाव के चलते श्रद्धा सिर्फ 2020 में एक बार अपनी मां के निधन के बाद घर गई थी। इसी साल अप्रैल में दोनों दिल्ली चले गए थे। श्रद्धा के बारे में परिवार को जो थोड़ी बहुत जानकारी मिलती थी वह उसके बचपन के दोस्त लक्ष्मण नाडर और श्रद्धा के सोशल मीडिया एकाउंट के जरिए मिलती थी। मई से श्रद्धा के सोशल मीडिया एकाउंट पर कोई अपडेट नहीं आया साथ ही नाडर का भी श्रद्धा से संपर्क नहीं हुआतो उसने श्रद्धा के पिता को इसकी जानकारी दी। इसके बाद मामले में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई। जिसके बाद खुलासा हुआ कि शादी के लिए दबाव बनाने पर आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी और उसके शव को कई टुकड़े कर 20 दिनों में अलग-अलग इलाकों में फेंक दिया।
Created On :   14 Nov 2022 9:39 PM IST