- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- शहडोल
- /
- एक SI के जिम्मे कोतवाली सहित 6...
एक SI के जिम्मे कोतवाली सहित 6 थाना, पुलिस बल की भी है कमी
डिजिटल डेस्क शहडोल । नक्सल संभावित होने के बावजूद जिले का पुलिस मोहकमा मौजूदा समय पर बल की बड़ी कमी से जूझ रहा है। मुख्यालय स्तर से इस कमी को पूरा नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण मौजूदा बल को कानून व्यवस्था की स्थिति संभालने में डबल ड्यूटी तक करनी पड़ जाती है। सबसे बड़ी कमी निरीक्षक स्तर के अधिकारियों की बनी हुई है। वर्तमान में संभागीय मुख्यालय के कोतवाली सहित 6 थानों में निरीक्षक नहीं हैं। यहां का प्रभार उप निरीक्षक स्तर के अधिकारियों को सौंपा गया है। जिले में एक कोतवाली सहित 15 थाने हैं। जिन थानों में एसआई को प्रभार है उनमें कोतवाली, गोहपारू, पपौंध, जैतपुर, आजाक तथा खैरहा थाना प्रमुख हैं। लाइन में भी आरआई को छोड़कर एक भी निरीक्षक स्तर के अधिकारी नहीं हैं।
ऐसी है बल की उपलब्धता
जिले में 829 की संख्या में बल की स्वीकृति है। इसके विरुद्ध 526 बल ही मुहैया हैं। 303 पद लंबे समय से रिक्त पड़े हुए हैं। निरीक्षक स्तर के 15 में 9, उप निरीक्षक के 56 में 30, एएसआई के 111 में 55, प्रधान आरक्षक के 165 में 110 तथा आरक्षक के स्वीकृत 480 में से 321 ही पदस्थ किए गए हैं।
अपराधों का यह है स्थिति
पुलिस बल की कमी के कारण अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। जनवरी से लेकर अक्टूबर माह तक अनेक वारदातों में गत वर्ष के मुकाबले बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हत्या के 25 मामले हुए। गत वर्ष 27 रहे। इसी प्रकार वर्ष 2016 के मुकाबले हत्या के प्रयास के मामले में वृद्धि हुई है। गत वर्ष 14 जबकि इस वर्ष 23 मामले दर्ज किए गए। लूट की 26, गृह भेदन के 157, चोरी के 116, वाहन चोरी के 62, पशु चोरी के 15 मामले हुए। वहीं बलात्कार की 61, अपहरण के 183, दहेज हत्या के 6, शील भंग के 119 तथा दहेज प्रताडऩा के 262 मामले दर्ज हुए।
इसलिए बनी कमी
विभागीय सूत्रों के अनुसार जिले में अधिकारी स्तर के बल की कमी का कारण पीएचक्यू स्तर से पदस्थापना नहीं किया जाना है। कहा जा रहा है कि यह कमी प्रदेश स्तर में बनी हुई है। प्रमोशन पर आरक्षण के मसले पर निर्णय नहीं होने के कारण न पदोन्नति का मामला भी अटका हुआ है। रिटायर्ड मेंट के बाद पद रिक्त होते जा रहे हैं।
इनका कहना है
अधिकारी स्तर के बल की कमी को लेकर मुख्यालय से पत्राचार किया गया है। उपलब्ध बल से ही काम चलाया जा रहा है।
सुशांत सक्सेना, पुलिस अधीक्षक शहडोल
Created On :   7 Dec 2017 1:16 PM IST