सिंघाड़ा बढ़ाएगा किसानों की आय, लागत का 50 फीसदी मिलेगा अनुदान 

Singhada will increase the income of farmers, 50 percent of the cost will be given as a grant
सिंघाड़ा बढ़ाएगा किसानों की आय, लागत का 50 फीसदी मिलेगा अनुदान 
मंडे पॉजिटिव - संभाग में पहली बार राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में शामिल की गई सिंघाड़ा की खेती सिंघाड़ा बढ़ाएगा किसानों की आय, लागत का 50 फीसदी मिलेगा अनुदान 

डिजिटल डेस्क  शहडोल । संभाग में अब सिंघाड़ा की खेती भी हो सकेगी। किसानों की आय बढ़ाने के लिए संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत वर्ष 2021-22 के लिए संभाग के तीनों जिलों में सिंघाड़ा की खेती को मंजूरी दे दी है। 117.65 हेक्टेयर के शुरुआती प्रोजेक्ट के लिए 50 लाख की मंजूरी भी मिल गई है। जरूरत के अनुसार खेती का रकवा और प्रोजेक्ट की राशि भी बढ़ाई जा सकती है।     यह पहली बार है जब संभाग में सिंघाड़ा की खेती को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में शामिल किया गया है। इस संबंध में 16 सितंबर को आयुक्त उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी मनोज कुमार अग्रवाल का पत्र भी आ गया है। योजना के तहत तीनों जिलों के लिए लक्ष्य और राशि निर्धारित कर दी गई है, जो अनुदान के रूप में किसानों को दी जाएगी।
प्रति हेक्टेयर 42500 रुपए का मिलेगा अनुदान 
योजना में सभी वर्ग के कृषकों को शामिल किया जाएगा। खेती की कुल लागत का 50 प्रतिशत (प्रति हेक्टेयर राशि 42 हजार 500 रुपए) के अनुदान का प्रावधान किया गया है। शहडोल जिले में 25 हेक्टेयर के लिए 10.63 लाख रुपए, उमरिया जिले में 40 हेक्टेयर के लिए 17 लाख रुपए और अनूपपुर जिले में 25 हेक्टेयर के लिए 10.63 लाख रुपए का शुरुआती लक्ष्य रखा गया है। संचालनालय की ओर से जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि अगर तीनों जिलों में और अतिरिक्त लक्ष्य की मांग है या किसानों की संख्या बढ़ती है तो उसका अलग से प्रस्ताव भेजा जा सकता है। 
संभागायुक्त ने शासन को भेजा था प्रस्ताव 
अभी तक संभाग में सिर्फ मत्स्य पालन के लिए तालाबों का इस्तेमाल किया जाता था। इसमें भी काफी कम संख्या में किसान रुचि लेते थे। संभागायुक्त राजीव शर्मा ने क्षेत्र के भ्रमण के दौरान महसूस किया था कि संभाग के तीनों जिलों में पर्याप्त संख्या में जलीय संरचनाएं हैं। यहां सिंघाड़ा और मखाना के उत्पादन की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने इस संबंध में उद्यानिकी विभाग को पत्र लिखा था। उनके पत्र के आधार पर ही प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। आयुक्त ने अपने पत्र में भी इस बात उल्लेख किया कि क्षेत्र में सिंघाड़ा की खेती को बढ़ावा देने के लिए आपके द्वारा दिया गया सुझाव सराहनीय एवं कृषकों के हित में हैं। 
तीनों जिलों के सैकड़ों किसान होंगे लाभान्वित
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना 2021-22 अंतर्गत संभाग में सिंघाड़ा की खेती के लिए 117.65 हेक्टेयर के लिए 50 लाख का प्रोजेक्ट राज्य स्तरीय मंजूरी समिति द्वारा स्वीकृत किया गया है। इसका क्रियान्वयन केंद्र सरकार से राशि जारी होने पर किया जाएगा। सिंघाड़ा की खेती से संभाग के तीनों जिलों के सैकड़ों किसानों को लाभ मिलेगा और उनकी आय बढ़ सकेगी। अभी तक सिंघाड़ा की खेती में अनुदान नहीं मिलने से किसान इसका जोखिम नहीं उठाते थे। इस संबंध में संंभागायुक्त राजीव शर्मा का कहना है कि यह संभाग के किसानों के लिए काफी लाभदायक होगा। सिंघाड़ा की बाजार में काफी डिमांड रहती है। किसानों को अपनी आय बढ़ाने में यह कारगर साबित होगा।
 

Created On :   20 Sep 2021 9:10 AM GMT

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