साहब, मेरी बीवी मायके चली गई है उसे लाने में मदद करिए -100 डायल में ऐसे भी आते हैं कॉल

Sir, my wife has gone to her maternal home, help her to get it - 100 dials also come like this.
साहब, मेरी बीवी मायके चली गई है उसे लाने में मदद करिए -100 डायल में ऐसे भी आते हैं कॉल
साहब, मेरी बीवी मायके चली गई है उसे लाने में मदद करिए -100 डायल में ऐसे भी आते हैं कॉल

डिजिटल डेस्क शहडोल । किसी भी आपातकाल के समय जरूरतमंदों को त्वरित मदद के लिए शुरु डायल 100 में कई बार ऐसी सूचनाएं भी आती हैं, जिनका निराकरण या तो पुलिस के लिए मुममिन नहीं, या फिर सूचनाएं ही फाल्स निकलती हैं। ऐसे में पुलिस को बिना वजह परेशान होना पड़ता है, क्योंकि सूचना पर पुलिस को संबंधित स्थान पर जाना ही पड़ता है। डायल 100 में शुक्रवार को ऐसा ही फोन कॉल आया कि साहब मेरी पत्नी मायके चली गई है, जो आ नहीं रही है। उसे वापस लाने में मदद करिए। यह कॉल उमरिया जिले से ट्रांसफर हुआ, क्योंकि उसके बताए अनुसार उसकी बीवी शहडोल के किसी गांव में थी। इसी प्रकार आए दिन कॉल आता है कि लड़ाई झगड़ा हो रहा है। जब पुलिस वाहन पहुंचता है तो वहां कोई नहीं मिलता। जबकि भ्रामक व गलत सूचना पर कार्रवाई का प्रावधान है।
हर 10 में 2 सूचनाएं फाल्स
डायल 100 के कंट्रोल रूम में हर दिन औसतन 250 से 300 फोन आते हैं। होली जैसे त्यौहारों में यह संख्या 500 तक पहुंच जाती है। इनमें विभिन्न हादसों व लड़ाई-झगड़े, खासकर जमीन संबंधी विवाद को लेकर सूचनाएं आती हैं। नियमानुसार सभी सूचनाओं पर पुलिस तुरंत एक्शन में आती हैं। लेकिन कई बार गलत सूचनाएं पुलिस को परेशान कर देती हैं। फोन आता है कि पुलिस को जल्द भेजिए, शराब पीकर कुछ लोग झगड़ रहे हैं। या फलां स्थान पर कुछ आपत्तिजनक चीज पड़ी हुई है। जब पुलिस पहुंचती हो तो न तो कॉल करने वाला का पता होता है और न ही कुछ हुआ होता है। इस प्रकार प्रत्येक 10 कॉल में 2 सूचनाएं फाल्स निकलती हैे।
इन कॉल पर परेशान हुई पुलिस
पुलिस के सामने बड़ी दिक्कत उस समय होती है जब मिली गंभीर सूचना फाल्स निकलती है। कुछ महीने पूर्व डायल 100 से जानकारी मिली कि पपौंध थाना क्षेत्र में एक बस पलट गई है, कई घायल हैं। सूचना पर थाने से टीआई व बल पहुंचा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। पता चला कि 15 साल के नाबालिग ने यह सोचकर 100 नंबर डायल किया, देखते हैं पुलिस आती है या नहीं। इसी प्रकार सोहागपुर के किसी गांव से बड़े विवाद का फोन आया। बाद में फोन करने वाला का ही पता नहीं था। सबसे बड़ी दिक्कत उस समय होती है जब एक ही लोकेशन के कई इवेंट रहते हैं। जिले में 100 डायल के 15 वाहन संचालित हैं। गलत सूचनाओं के कारण कई बार सही घटना स्थल पर पहुंचने में देर हो जाती है।
इनका कहना है
डायल 100 लोगों की सहूलियत के लिए है। गलत सूचना पर जरूरमंदों को समय पर मदद नहीं मिलने में दूरी होती है। इसलिए सही सूचना ही लोगों को देनी चाहिए।
मुकेश वैश्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक

Created On :   13 March 2021 5:59 PM IST

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