पल भर में दूर हुई खटास, एक दूसरे का हाथ थाम कर घर लौटे दंपत्ति

Sourced away in a moment, the couple returned home holding each others hand
पल भर में दूर हुई खटास, एक दूसरे का हाथ थाम कर घर लौटे दंपत्ति
पल भर में दूर हुई खटास, एक दूसरे का हाथ थाम कर घर लौटे दंपत्ति


डिजिटल डेस्क शहडोल।  नेशनल लोक अदालत कई लोगों के लिए राहत लेकर आया। शनिवार को आयोजित लोक अदालत में जहां अनेकों लंबित प्रकरणों का निराकरण हुआ वहीं जरा से सी बात पर अलग रह रहे दंपत्तियों के लिए पुनर्मिलन का अवसर लेकर आया। लोक अदालत में निराकरण के लिए रखे गए 128 वैवाहिक प्रकरणों में 10 राजीनामा के आधार पर निराकृत हुए। राजीनामा के आधार पर दो परिवारों का मिलन भी हुआ। जिसमें एक विशेष प्रकरण धारा 9 हिन्दू विवाह अधिनियम के अंतर्गत कुटुम्ब न्यायालय में था एवं दूसरा घरेलू हिंसा का मामला न्यायिक मजिस्टेट प्रथम श्रेणी सुश्री रेनु खान के न्यायालय में लंबित था। खण्डपीठ के पीठासीन अधिकारियों के विशेष प्रयास से दंपत्ति को उनके भविष्य को लेकर चर्चा की गई तथा उनके द्वारा दी गई सलाह से पति-पत्नी का विवाद खत्म हो गया और वे साथ-साथ रहने के लिए संकल्प लेकर घर को गए। लोक अदालत में कुल 191 प्रकरण निराकृत हुये तथा 12003691 रुपये का एवार्ड राशि पारित हुए।  
न्याय सबके लिए की अवधारणा को साकार करने शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश आर.के. सिंह के निर्देशन में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इस अवसर पर कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश डॉ. रमेश साहू, विशेष न्यायाधीश सभापति यादव, प्रथम अति. जिला न्यायाधीश अविनाश चंद्र तिवारी, द्वितीय अति. जिला न्यायाधीश अनुज कुमार मित्तल, तृतीय अति. जिला न्यायाधीश के.के. मिश्रा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जे.एन. सिंह,  न्यायिक दण्डाधिकारी सतीश शर्मा, न्यायिक दण्डाधिकारी सुश्री रेनु खान, न्यायिक दण्डाधिकारी ज्योति मेरावी,  जिला विधिक सहायता अधिकारी बी.डी. दीक्षित, जिविसेप्रा के कर्मचारीगण पैनल अधिवकता एवं पैरालीगल वालेंटियर उपस्थित रहे। 

Created On :   9 Feb 2020 9:28 PM IST

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