एसटी कर्मियों की हड़ताल ने पकड़ा जोर, निजी ट्रवल्स मालिकों की चांदी

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एसटी कर्मियों की हड़ताल ने पकड़ा जोर, निजी ट्रवल्स मालिकों की चांदी
दोगुना किराया एसटी कर्मियों की हड़ताल ने पकड़ा जोर, निजी ट्रवल्स मालिकों की चांदी

डिजिटल डेस्क, अमरावती। 10 दिन पूर्व एसटी महामंडल के कर्मचारियों द्वारा शुरू की गई हड़ताल का असर पहले सप्ताह भले ही अमरावती जिले में दिखाई नहीं दिया। किंतु दीप पर्व बीतते ही जिले के सभी बस डिपो पर कर्मचारियों द्वारा बसों का चक्का जाम कर दिया गया है। रविवार से शुरू हुए इस व्यापक बंद के चलते बड़ी संख्या मंे यात्रियों को बेरंग वापस लौटना पड़ रहा है। एसटी के पहिये थमने का फायदा उठाते हुए निजी ट्रैवल्स चालकों ने अपने किराए में भारी बढ़ोत्तरी कर दी है। जिससे यात्रियों को दोहरी मार से गुजरना पड़ रहा है। सोमवार सप्ताह का पहला दिन होने के कारण अमरावती बस डिपो पर मुसाफिर पहंुचे थे। कई लोग भाईदूज का कार्यक्रम पूरा कर अपने कार्यक्षेत्र या फिर अपने निवास स्थान लौटने की तैयारी से बस स्टैंड पर पहंुचे थे। लेकिन अमरावती, बडनेरा, राजापेठ सहित अन्य तहसीलों जैसे मोर्शी, वरूड़, चांदुर रेलवे, चांदुर बाजार, अंजनगांव, अचलपुर, नांदगांव खंडेश्वर, भातकुली जैसे स्थानों पर भी बसों की फेरियां पूरी तरह रद्द कर दी गईं। जिन बस स्टैंड पर दूसरे स्थानों की बसें पहंुच रही थीं। वहां भी कर्मचारियों ने बाहरी डिपो से आने वाली बसों को रोकने के लिए मुहिम चलाई। जिससे यात्रियों को काफी हलाकान होना पड़ा। महामंडल के चालक व वाहक एसटी महामंडल को पूर्ण रूप से राज्य सरकार के अधीन लाने की मांग के साथ ही वेतन बढ़ोत्तरी, पेंशन, समस्याओं का निदान व अन्य मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। 10 दिन पूर्व जब अमरावती में हड़ताल की शुरूआत हुई थी। उस समय किसी तरह मान मनोबल कर कर्मचारियों को काम पर बुला लिया गया था।  किंतु यह मामला अब काफी गंभीर रूप लेता जा रहा है।

केवल 20 बसों ने की 71 फेरियां

अमरावती जिले में कुल 260 बसों के अलावा 64 अतिरिक्त बसों के जरिए दिवाली के एक सप्ताह बाद तक रोजाना 1800 फेरियां पूरी करने का नियोजन किया गया था। किंतु कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सोमवार को केवल 20 बसों के जरिए केवल 60 फेरियां ही पूरी की जा सकी।

अमरावती डिपो नियंत्रण कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को व्यापक रूप से की गई इस हड़ताल के कारण महामंडल को 68 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है।

Created On :   9 Nov 2021 3:49 PM IST

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