नक्सल प्रभावित एरिया में 10 हजार विद्यार्थियों ने दिया सद्भावना एग्जाम

Students gave goodwill exam in Naxal affected area
नक्सल प्रभावित एरिया में 10 हजार विद्यार्थियों ने दिया सद्भावना एग्जाम
नक्सल प्रभावित एरिया में 10 हजार विद्यार्थियों ने दिया सद्भावना एग्जाम

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली।  देश के नक्शे के रेड जोन में शामिल गड़चिरोली जिले में आए दिन होनेवाली नक्सली घटनाओं के बीच जिले के विद्यार्थियों में शांति एवं अहिंसा के विचार पिरोए गए। पुलिस विभाग समेत आदर्श मित्र मंडल और अन्य सहयोगी संस्थाओं के माध्यम से आयोजित सद्भावना परीक्षा शांति और विकास का जरिया बनती दिखाई दी। जिले की विभिन्न स्कूलों के 10 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने उक्त परीक्षा देकर नक्सलियों को शांति एवं अहिंसा का संदेश दिया। 
गड़चिरोली के शिवाजी हाईस्कूल तथा कनिष्ठ महाविद्यालय में आयोजित एक विशेष समारोह के बाद सद्भावना परीक्षा के पर्चे विद्यार्थियों को बांटे गए। 

सर्वधर्म का संदेश
समारोह में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म गुरुओं के माध्यम से विद्यार्थियों में शांति और एकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में गुरुदेव सेवा मंडल के जिलाध्यक्ष डा. शिवनाथ कुंभारे, सिख धर्मगुरु गुरुजीत सिंह अरोरा, मुस्लिम धर्मगुरु  कुरैशी और ईसाई के फादर  जिग्नेश प्रमुखता से उपस्थित थे। समाज में मानवता, शांति, अहिंसा का संदेश देने के मुख्य उद्देश्य को लेकर यह परीक्षा आयोजित की गई। सद्भावना पर्चे में स्वामी विवेकानंद, मोहन दास करमचंद गांधी, मुस्लिम धर्म के संस्थापक तथा प्रेषित मोहम्मद पैगंबर, ईसा मसीह , गुरुनानाक देव महाराज तथा भगवान गौतम बुद्ध के जीवन पर प्रश्न पूछे गए।  परीक्षा जिले के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों  ने एक साथ दी। 

देश में इस तरह का  पहला आयोजन 
देश में विद्यार्थियों को शांति एवं सद्भावना का संदेश देने का यह अपने आप में पहला प्रयास है, जो नक्सल प्रभावित गड़चिरोली जिले से आरंभ किया गया। आगामी 24  फरवरी को परीक्षा में सहभागी सभी विद्यार्थियों को पुलिस परेड मैदान पर प्रमाणपत्र दिया जाएगा। उपरांत यही परीक्षा विश्व में आयोजित की जाएगी। परीक्षा के माध्यम से सभी धर्मों द्वारा दिये गये संदेश से शांति प्रस्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। 
(उदय जगताप संस्थापक, आदर्श मित्र मंडल, पुणे)

प्रमाणपत्र पर अपना लक्ष्य लिखेंगे विद्यार्थी 
आगामी 24 फरवरी को वितरित किए जानेवाले प्रमाणपत्रों में एक खाली बॉक्स रखा गया है। इस बॉक्स में विद्यार्थियों को जीवन का लक्ष्य लिखना होगा। प्रमाणपत्र को फ्रेम कर वे अपने घर में रखेंगे तथा जीवन की एक-सीढ़ी चढ़ते वक्त यह प्रमाणपत्र उन्हें उनका  लक्ष्य याद दिलाएंगे। जिला पुलिस अधीक्षक डा. अभिनव देशमुख द्वारा किया गया यह प्रयास विश्व में पहुंचाया जाएगा। 
(डा. सागर कवड़े  उपविभागीय पुलिस अधिकारी, गड़चिरोली) 

Created On :   2 Feb 2018 11:36 AM IST

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